क्या मॉरीशस के पीएम का भारत दौरा कई मुद्दों पर बदलाव लाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- मॉरीशस के पीएम का भारत दौरा महत्वपूर्ण है।
- वे दिल्ली, मुंबई, और अन्य शहरों का दौरा करेंगे।
- यह यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी।
नई दिल्ली, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम 9 से 16 सितंबर तक भारत की राजकीय यात्रा पर आएंगे। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शुक्रवार को इस अविस्मरणीय यात्रा की घोषणा की। यह उनके कार्यकाल का पहला द्विपक्षीय विदेश यात्रा होगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में बताया कि प्रधानमंत्री रामगुलाम इससे पहले 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उनके मंत्रिपरिषद की शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भारत आए थे।
उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम 9 से 16 सितंबर तक भारत के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे दिल्ली के अलावा मुंबई, वाराणसी, अयोध्या और तिरुपति भी जाएंगे। मुंबई में वे एक व्यावसायिक कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे।”
पिछले महीने प्रधानमंत्री रामगुलाम ने भारत के स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता को शुभकामनाएं दी थीं। उन्होंने कहा था कि मॉरीशस और भारत के बीच का रिश्ता इतिहास और संस्कृति में गहराई से निहित है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने मॉरीशस समकक्ष को धन्यवाद देते हुए मॉरीशस को भारत का “रणनीतिक और विश्वसनीय साझेदार” बताया था।
इससे पहले वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर मॉरीशस गए थे, जहां उन्होंने मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लिया और प्रधानमंत्री रामगुलाम एवं राष्ट्रपति धरम गोकहूल से मुलाकात की थी।
भारत और मॉरीशस के बीच संबंध साझी इतिहास, जनसांख्यिकी और संस्कृति पर आधारित हैं। दोनों देशों के बीच स्वतंत्र भारत के प्रारंभिक वर्षों से ही गहरे और भरोसेमंद रिश्ते कायम रहे हैं।