क्या 'उस्मान हादी हॉल' का नाम बदलना सही है? ढाका यूनिवर्सिटी में हंगामा
सारांश
Key Takeaways
- ढाका यूनिवर्सिटी में 'उस्मान हादी हॉल' का नाम बदलने का विवाद।
- शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद का तनाव।
- छात्रों की एकजुटता और अधिकारों के लिए संघर्ष।
- हत्यारों की गिरफ्तारी में देरी से बढ़ता गुस्सा।
- राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से यह घटना महत्वपूर्ण है।
ढाका, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद से बांग्लादेश में तनाव की स्थिति बनी हुई है। अब तक हादी के हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। इस बीच, ढाका यूनिवर्सिटी में शेख मुजीबुर रहमान हॉल का नाम बदलकर 'उस्मान हादी हॉल' रखा गया है। हॉल के बाहर लगी नेमप्लेट को हटा कर वहां हादी के नाम की नेमप्लेट लगा दी गई है।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, जब हादी को 12 दिसंबर को गोली लगी थी, तब कई छात्रों को बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की एक ग्रैफिटी म्यूरल (वॉल आर्ट) पर पेंट करते हुए देखा गया था। यह वॉल आर्ट इस हॉल की मुख्य इमारत पर विशेष रूप से स्थापित किया गया था।
बांग्लादेशी अखबार द ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, ढाका यूनिवर्सिटी सेंट्रल स्टूडेंट्स यूनियन (डीयूसीएसयू) के सांस्कृतिक मामलों के सचिव मुसद्दिक इब्न अली मोहम्मद ने कहा कि शनिवार रात लगभग 9:30 बजे क्रेन से हॉल की नेमप्लेट को हटा दिया जाएगा।
बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार, हॉल का असली नाम मिटाने का कार्य रात करीब 9:45 बजे शुरू हुआ। इसके बाद, रात लगभग 11:15 बजे, शेख मुजीबुर रहमान की ग्रैफिटी म्यूरल पर पेंटिंग मिटाने की कोशिशें शुरू की गईं।
जब पूछा गया कि क्या हॉल काउंसिल ने नेमप्लेट हटाने और दीवार पर बनी पेंटिंग को मिटाने के लिए आधिकारिक अनुमति ली थी, तो हॉल काउंसिल के उपाध्यक्ष मुस्लिमुर रहमान ने कहा, "छात्रों ने इसे हटाने की मांग की थी। इसलिए, हम छात्रों के निर्णय के आधार पर इसे हटा रहे हैं।"
इस बीच, मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने मारे गए कट्टरपंथी नेता के आदर्शों को आगे बढ़ाने का वादा किया है। यूनुस ने समर्थकों को आश्वासन दिया है कि हादी का विजन उनकी मृत्यु के बाद भी जारी रहेगा और वह हादी के सपने को पूरा करेंगे।
गौरतलब है कि हादी के हत्यारों की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे उनके समर्थकों में गुस्सा है। हादी के समर्थकों और इकबाल मंच ने यूनुस की अंतरिम सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है कि यदि रविवार शाम तक हादी के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो भारी संख्या में लोग इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।