क्या डॉ. नुसरत परवीन डरी और दुखी हैं? हिजाब विवाद पर कांग्रेस सांसद तारिक अनवर
सारांश
Key Takeaways
- हिजाब विवाद से जुड़े मुद्दे पर संवेदनशीलता बढ़ी है।
- कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने महिलाओं के अधिकारों के पक्ष में आवाज उठाई।
- सभी धर्मों का सम्मान आवश्यक है।
कटिहार, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने हिजाब विवाद के चलते चर्चा में आई डॉ. नुसरत परवीन के बारे में कहा कि उन्होंने नौकरी नहीं ली, यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है। लेकिन, जो कुछ उनके साथ हुआ, वह गलत था। पूरे देश में इसकी निंदा की जा रही है।
कांग्रेस सांसद का यह बयान उस समय आया है जब डॉ. नुसरत परवीन ने नौकरी ज्वाइन नहीं की है।
कटिहार में मीडिया से बातचीत में कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि अब उन्होंने जॉइनिंग नहीं की है, यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है। वे दुखी हैं। जिस तरह से नीतीश कुमार ने व्यवहार किया, उससे महिला एक तरह से डरी हुई हैं। इस तरह से सार्वजनिक रूप से सीएम ने बर्ताव किया, तरीका अपनाया और हिजाब हटाने की कोशिश की गई। इससे बिहार की बदनामी हुई है। पूरे देश में इसकी निंदा हो रही है।
उन्होंने कहा कि यहाँ अलग-अलग धर्मों को मानने वाले लोग हैं। ऐसे में अगर सीएम के द्वारा इस तरह की हरकत होती है, तो यह चिंता और शर्मिंदगी की बात है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।
तारिक अनवर ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के हालिया बयान पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्रीय मंत्री खुले तौर पर डीएम से किसी प्रत्याशी को जिताने की बात कर रहे हैं, वह बेहद चिंताजनक और लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।
उन्होंने कहा कि इतने संवैधानिक और महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए इस तरह के बयान यह साफ संकेत देते हैं कि किस तरह से प्रशासनिक दबाव और प्रभाव का दुरुपयोग कर चुनाव परिणामों को प्रभावित किया जा रहा है।
कांग्रेस और खासकर राहुल गांधी ने बार-बार कहा है कि पैसे, प्रभाव के गलत इस्तेमाल या प्रशासनिक दबाव के जरिए अलग-अलग तरीकों से वोटों में हेरफेर हो रहा है। यह बयान सिर्फ इस बात की पुष्टि करता है कि विपक्ष के आरोप सच हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार वोट चोरी का मुद्दा उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी।