क्या ट्रंप ने टेक्सास में भारतीय नागरिक की हत्या के लिए न्याय की पूरी सीमा तक कार्रवाई का वादा किया?

सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप ने हत्या की घटना की कड़ी निंदा की।
- आरोपी के खिलाफ न्याय की पूरी सीमा तक कार्रवाई का वादा।
- मृतक चंद्र नागमल्लैया की वीभत्स हत्या हुई।
- हत्यारे मार्टिनेज पर गंभीर आरोप।
- अवैध प्रवासियों की स्थिति पर चर्चा।
वाशिंगटन, १५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टेक्सास में एक भारतीय नागरिक की हत्या की घटना की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आरोपी के खिलाफ ‘न्याय की पूरी सीमा तक’ कार्रवाई की जाएगी। हत्यारे पर ‘प्रथम श्रेणी की हत्या का आरोप’ लगाया जाएगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "मुझे टेक्सास के डलास में प्रतिष्ठित व्यक्ति चंद्र नागमल्लैया की हत्या की खौफनाक खबर मिली है। उनकी पत्नी और बेटे के सामने, एक अवैध विदेशी ने, जिसे हमारे देश में होना नहीं चाहिए था, बेरहमी से उनका सिर काट दिया।"
ट्रंप ने हत्या के आरोपियों को छोड़ने के लिए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन को भी जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, "इस व्यक्ति को पहले भी बाल यौन शोषण, कार चोरी जैसे अपराधों के लिए गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाइडेन प्रशासन के दौरान उसे हमारी मातृभूमि में वापस छोड़ दिया गया। निश्चिंत रहें, मेरे शासन में इन अवैध अप्रवासी अपराधियों के प्रति नरमी बरतने का समय अब समाप्त हो गया है।"
१० सितंबर को ४१ वर्षीय नागमल्लैया पर टेक्सास के डलास के एक मोटल में जानलेवा हमला किया गया और उनका सिर काट दिया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने ३७ वर्षीय मार्टिनेज को गिरफ्तार किया। उस पर नागमल्लैया का सिर काटने और उसे कूड़ेदान में छोड़ने का गंभीर आरोप है।
सोशल मीडिया पर सामने आए एक विचलित करने वाले वीडियो में मार्टिनेज को एक कुल्हाड़ी लेकर पीड़ित का पीछा करते और हमला करते दिखाया गया। वीडियो से स्पष्ट होता है कि आरोपी ने नागमल्लैया का सिर धड़ से अलग कर दिया और फिर उसे मोटल की पार्किंग में लात मारी और कूड़ेदान में फेंक दिया।
इसी बीच अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने घोषणा की कि आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) ने हमलावर को देश से ‘निकालने’ की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीएचएस की सहायक सचिव ट्रिशिया मैकलॉघली ने बाइडेन प्रशासन पर बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों को देश में आने देने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "एक मोटल में पीड़ित की यह वीभत्स और बर्बर हत्या पूरी तरह से रोकी जा सकती थी, अगर बाइडेन प्रशासन के समय इस अवैध विदेशी को हमारे देश में नहीं छोड़ा जाता।"
डीएचएस के अनुसार, मार्टिनेज ब्लूबोनेट डिटेंशन सेंटर में आईसीई डलास की हिरासत में था, जब तक कि उसे बाइडेन प्रशासन के तहत १३ जनवरी, २०२५ को पर्यवेक्षण आदेश पर रिहा नहीं किया गया।