क्या हिज्बुल्लाह का चीफ ऑफ स्टाफ हैथम तबातबाई का अंत हो गया?
सारांश
Key Takeaways
- हिज्बुल्लाह के चीफ ऑफ स्टाफ, हैथम तबातबाई को इजरायल ने मार गिराया।
- हमले का आदेश बेंजामिन नेतन्याहू ने दिया।
- हिज्बुल्लाह ने इस हमले में अपने चार अन्य सदस्यों की भी पुष्टि की।
- इस हमले में पांच लोग मारे गए और 28 घायल हुए।
- तबातबाई पर 50 लाख का इनाम था।
नई दिल्ली, 24 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल के डिफेंस फोर्स ने हिज्बुल्लाह के प्रमुख अली तबातबाई को एक एयरस्ट्राइक में ढेर कर दिया है। हिज्बुल्लाह ने इस घटना की पुष्टि की है, जबकि आईडीएफ ने भी तबातबाई की मौत की जिम्मेदारी ली है। इजरायली मीडिया के अनुसार, इस कार्रवाई का आदेश इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने दिया था।
इजरायल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग ने रविवार रात को हिज्बुल्लाह के चीफ ऑफ स्टाफ हैथम अली तबातबाई की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "मैं प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, चीफ ऑफ स्टाफ, कैबिनेट, सुरक्षा बल और इस ऑपरेशन में शामिल सभी लोगों को बधाई देता हूं।"
उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल उत्तरी सीमा पर खतरों को खत्म करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता रहेगा और क्षेत्र के निवासियों के साथ-साथ सभी इजरायली नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी देगा। यह ऑपरेशन एक स्पष्ट संदेश देता है कि हिज्बुल्लाह से आने वाले किसी भी खतरे का सख्ती से सामना किया जाएगा।
हिज्बुल्लाह ने इजरायली एयरस्ट्राइक में अपने मिलिट्री चीफ तबातबाई की मौत की पुष्टि की है। इजरायल द्वारा इस घोषणा के कुछ ही घंटों बाद हिज्बुल्लाह की प्रतिक्रिया सामने आई।
हिज्बुल्लाह ने तबातबाई के अलावा चार अन्य ऑपरेटिव्स के मारे जाने की भी पुष्टि की है, जिनमें इब्राहिम अली हुसैन, रिफात अहमद हुसैन, मुस्तफा असद बरौ और कासिम हुसैन बरजावी शामिल हैं।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस हमले में पांच लोग मारे गए और 28 से अधिक घायल हुए हैं।
तबातबाई को माना जाता था कि वह संगठन के मिलिट्री ऑपरेशन्स में कई वर्षों तक सक्रिय रहे और इसी कारण हिज्बुल्लाह के रैंक में उगते गए, और उन्हें एक अनुभवी और प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में देखा जाता था।
आईडीएफ ने हिज्बुल्लाह के चीफ को निशाना बनाकर यह हमला किया। 2016 में अमेरिका ने उन्हें मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल किया था, और उनके ऊपर 50 लाख का इनाम भी रखा गया था।
2023-24 में इजरायल और लेबनान के बीच हुए भीषण हमले में आईडीएफ ने हिज्बुल्लाह के अधिकांश अधिकारियों को समाप्त कर दिया था।