क्या हूती हमले में मालवाहक जहाज पर चालक दल के 4 सदस्य मारे गए? ब्रिटेन ने की निंदा

सारांश
Key Takeaways
- लाल सागर में हूती विद्रोहियों का हमला हुआ।
- चालक दल के चार सदस्य मारे गए हैं।
- ब्रिटेन ने इस हमले की निंदा की है।
- लापता सदस्यों की रिहाई की मांग की जा रही है।
- यह घटना क्षेत्र में अस्थिरता को बढ़ा सकती है।
अदन (यमन), 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लाल सागर में स्थित एक मालवाहक जहाज पर हूती विद्रोहियों के हमलों में चालक दल के चार सदस्य की जान चली गई है। ब्रिटेन ने इस घटना की पुष्टि की है और बताया है कि लाइबेरिया-ध्वजांकित जहाज 'इटरनिटी-सी' पर कई लोग अभी भी लापता हैं। यमन में स्थित ब्रिटिश दूतावास ने 'इटरनिटी-सी' के सभी चालक दल के सदस्यों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग की है।
ब्रिटेन ने 'मैजिक सी' और 'इटरनिटी-सी' जहाजों पर हुए हूती हमलों की कड़ी निंदा करते हुए एक बयान जारी किया। दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "यूनाइटेड किंगडम लाल सागर में मालवाहक जहाजों 'मैजिक-सी' और 'इटरनिटी सी' पर अनुचित हूती हमलों की निंदा करता है, जिसके परिणामस्वरूप जहाज डूब गए और कम से कम चार चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई, जबकि कई और लापता हैं।"
बयान में आगे कहा गया, "हम हूतियों से अपील करते हैं कि वे 'इटरनिटी-सी' के सभी जीवित चालक दल के सदस्यों को तुरंत और बिना शर्त रिहा करें। हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और आशा करते हैं कि लापता लोग शीघ्र ही अपने परिवारों से मिल सकें।"
ब्रिटेन ने यह भी कहा कि हूती विद्रोहियों द्वारा इस प्रकार के हमलों को दोबारा शुरू करना और हिंसा को बढ़ाना अंतरराष्ट्रीय कानून और नौवहन की स्वतंत्रता का गंभीर उल्लंघन है। उन्होंने चेतावनी दी कि इन हमलों के सबसे बड़े शिकार निर्दोष नाविक और स्थानीय नागरिक होते हैं।
ब्रिटेन ने अपने बयान में कहा, "इन हमलों के जारी रहने से क्षेत्र में अधिक अस्थिरता पैदा होने और यमन को शांति के स्थायी मार्ग से और दूर धकेलने का खतरा है। हूतियों को अपनी आक्रामकता तुरंत रोकनी चाहिए।"
पिछले हफ्ते, हूती विद्रोहियों ने दो मालवाहक जहाजों को निशाना बनाया, जो ग्रीस की कंपनियों द्वारा संचालित थे। हूतियों ने दावा किया कि ये जहाज इजरायली बंदरगाहों की ओर जा रहे थे, इसी वजह से इन्हें निशाना बनाया गया। यह हमला हूती विद्रोहियों के उस समुद्री अभियान का हिस्सा है जो वे उन जहाजों के खिलाफ चला रहे हैं जिनका इजरायल से संबंध है।
फिलहाल हूती विद्रोहियों ने ब्रिटिश बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है और न ही दोनों जहाजों के चालक दल के सदस्यों की हिरासत की पुष्टि की है।