क्या ओडिशा कांग्रेस ने उदित प्रधान के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए 'फैक्ट फाइंडिंग' कमेटी गठित की?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा कांग्रेस ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है।
- उदित प्रधान पर गंभीर आरोप हैं।
- निस्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए गहन जांच की जाएगी।
- कमेटी में कई प्रमुख सदस्य शामिल हैं।
- पार्टी न्याय की दिशा में कदम उठाएगी।
भुवनेश्वर, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) ने नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के निलंबित ओडिशा अध्यक्ष उदित प्रधान के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक 'फैक्ट फाइंडिंग' कमेटी का गठन किया है। यह निर्णय उदित प्रधान पर लगे गंभीर आरोपों और उनके निलंबन के बाद लिया गया है।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने इस नवगठित कमेटी को यह निर्देशित किया है कि वह इस मामले की गहन जांच करे, शिकायतकर्ता से बातचीत करे और शीघ्र ही एक विस्तृत रिपोर्ट राज्य पार्टी मुख्यालय को सौंपे। इस कमेटी का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके और सच्चाई सामने आ सके।
तथ्य-जांच कमेटी के सदस्यों में विधायक सोफिया फिरदौस, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सचिव डॉ. देबस्मिता शर्मा, पूर्व विधायक प्रत्याशी सोनाली साहू, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता जयश्री पात्रा और ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता डॉ. मनीषा दास पटनायक शामिल हैं।
इस बीच, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष सस्मिता बेहरा को इस फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी इस जांच के निष्कर्षों के आधार पर उचित कार्रवाई करेगी और न्याय सुनिश्चित करेगी। यह कमेटी जल्द ही अपनी जांच शुरू करेगी और शिकायतकर्ता के साथ-साथ अन्य संबंधित पक्षों से बातचीत करेगी।
जानकारी के अनुसार, ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में मंचेश्वर पुलिस ने नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के अध्यक्ष उदित प्रधान को 19 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा के साथ कथित दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया है। एनएसयूआई कांग्रेस पार्टी का छात्र संगठन है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उदित को रविवार की रात हिरासत में लिया गया और उसे सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
यह कार्रवाई पीड़िता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर की गई है। पुलिस में दर्ज एफआईआर के अनुसार, यह घटना 18 मार्च को घटी। पीड़िता अपनी सहेली और सहपाठी के साथ भुवनेश्वर के मास्टर कैंटीन स्क्वायर गई थी। वहां उसकी सहेली ने उन्हें उदित प्रधान से मिलवाया। इसके बाद, उदित के वाहन में सभी नयापल्ली क्षेत्र के एक होटल पहुंचे। होटल में इन्होंने शराब का सेवन किया, लेकिन पीड़िता ने शराब पीने से मना कर दिया।
उदित ने कथित तौर पर पीड़िता को सॉफ्ट ड्रिंक दिया, जिसमें उसने चुपके से नशीला पदार्थ मिला दिया था। सॉफ्ट ड्रिंक पीने के कुछ समय बाद पीड़िता को चक्कर आने लगे और उसने घर जाने की इच्छा जताई, लेकिन उदित और अन्य लोगों ने उसकी बात नहीं मानी। इसके बाद, पीड़िता बेहोश हो गई। सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि जब उसे होश आया, तो उसने पाया कि उदित ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।