क्या इमरान खान की बहन उज्मा उनसे नहीं मिल पाएंगी? मंत्री तरार ने कहा- अब हर दिन तमाशा नहीं होगा
सारांश
Key Takeaways
- इमरान खान की बहन से मिलने की अनुमति अब समाप्त।
- सरकार ने जेल के बाहर लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने का निर्णय लिया।
- मंत्री ने पीटीआई पर बेबुनियाद दावे फैलाने का आरोप लगाया।
- आगामी राजनीतिक तनाव को देखते हुए यह निर्णय महत्वपूर्ण है।
- खान की हेल्थ को लेकर कोई नकारात्मक जानकारी नहीं है।
इस्लामाबाद, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान की बहन उज्मा को अब अदियाला जेल में उनसे नहीं मिलने दिया जाएगा और हर दिन अब वहां तमाशा नहीं लगेगा।
इस्लामाबाद में कानून मंत्री आजम नजीर तरार के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, सूचना मंत्री ने रावलपिंडी जेल के बाहर लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की कसम खाई।
उन्होंने कहा, "इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए कि जेल के बाहर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। जो कोई भी शांति भंग करता पाया जाएगा, उससे सख्ती से निपटा जाएगा।"
तरार ने खान की हेल्थ के बारे में बेबुनियाद दावे फैलाने के लिए पीटीआई पर हमला किया और कहा कि उज्मा ने खुद स्पष्ट किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री सुरक्षित और ठीक हैं। कहा, "किसी भी कैदी को कभी जॉगिंग मशीन नहीं दी गई है।" उन्होंने एक महिला पीटीआई नेता पर भारतीय और अफगान मीडिया प्लेटफॉर्म पर इमरान खान की सेहत को लेकर फैलाए गए झूठ पर सख्त नाराजगी जाहिर की।
पीटीआई संस्थापक की पिछली बातों का जिक्र करते हुए, तरार ने कहा कि खान जब प्रधानमंत्री थे तो "अपने चेहरे पर हाथ फेरते थे और कहते थे कि वह फलां-फलां को गिरफ्तार करवा देंगे, उनका एसी हटा देंगे।"
तरार ने आगे कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा है।
"उनकी तीन बहनें जेल के बाहर लॉ एंड ऑर्डर की हालत बिगाड़ती हैं। यह नहीं चल सकता—आप अंदर मिलते हैं और बाहर दुष्प्रचार फैलाते हैं। आपको मौका दिया गया था, और जिसने भी नियमों को तोड़ा, उसकी मीटिंग रोक दी गई।"
तरार ने सरकार का राज कायम करने की कसम खाई और कहा कि अब "अदियाला के बाहर हर दिन तमाशा नहीं होगा।"
उन्होंने कहा, "बैठक का एक मकसद होता है—हालचाल पूछना," वहीं पीटीआई संस्थापक बैठक के दौरान कहते हैं कि सरकार गिरा देनी चाहिए।
इसके बाद मंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री पर उनके "पाखंड" और "यू टर्न" के लिए हमला बोला।
तरार ने कहा, "एक इंसान में कैरेक्टर होना चाहिए। उनमें (खान) न तो कैरेक्टर है और न ही बहादुरी।"
उन्होंने ये बात खैबर पख्तूनख्वा (केपी) के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को खान से मिलने की इजाजत न देने के बाद कही। अधिकारियों ने 2 दिसंबर को उज्मा को पूर्व प्रधानमंत्री से मिलने की इजाजत दी थी, जब पीटीआई ने उनकी सेहत को लेकर चिंता जताई थी।