क्या इजरायल ने ईरान पर किया जबरदस्त हमला? 20 फाइटर जेट्स और 30 से अधिक हथियार!

सारांश
Key Takeaways
- इजरायल ने ईरान पर 20 फाइटर जेट्स के जरिए हमला किया।
- हमले में 30 से अधिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ।
- अमेरिका ने भी ईरान की परमाणु साइटों पर हमला किया।
- संघर्ष में खुफिया जानकारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने शांति की अपील की है।
तेल अवीव, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल की वायुसेना के लगभग 20 फाइटर जेट्स ने केरमंशाह, हामीदान और तेहरान में 30 से ज्यादा हथियारों का उपयोग करते हुए हमले किए हैं। ये हमले खुफिया जानकारी के आधार पर किए गए हैं, जिसकी पुष्टि इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने की है।
आईडीएफ ने बताया कि उनके लक्ष्यों में मिसाइल भंडारण स्थल, लॉन्च आधारभूत संरचना, हवाई खुफिया जानकारी के लिए प्रयुक्त रडार और सेटेलाइट सिस्टम, और तेहरान के निकट सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल लॉन्चर शामिल थे।
आईडीएफ ने इन हमलों को ईरानी शासन की सैन्य ताकत को कमजोर करने और इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए हवाई श्रेष्ठता प्राप्त करने के प्रयास का हिस्सा बताया है।
ईरान और इजरायल के बीच लड़ाई 13 जून से चल रही है, जिसमें अमेरिका भी शामिल हो गया है। अमेरिका ने भारतीय समय के अनुसार रविवार (22 जून) सुबह 4.30 बजे ईरान की तीन प्रमुख परमाणु स्थलों फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर अचानक हमला कर दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान को अब संघर्ष समाप्त करने के लिए सहमत होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि ईरान ऐसा नहीं करता, तो उस पर और अधिक हमले किए जाएंगे।
इसके बाद, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सुरक्षा परिषद के आपातकालीन विशेष सत्र में शांति की अपील की।
गुटेरेस ने कहा, 'हम शांति के प्रयास नहीं छोड़ सकते। ऐसा करना हमारी जिम्मेदारी है।'
उन्होंने जवाबी कार्रवाई और गहरे संघर्ष को रोकने के लिए तात्कालिक कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
गुटेरेस ने स्पष्ट किया कि भविष्य में किसी भी प्रकार के उकसावे को रोकने के लिए कूटनीति को प्राथमिकता दी जाएगी। लड़ाई को रोकने और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता के लिए तुरंत काम करना चाहिए।