क्या जोहान्सबर्ग में वैश्विक संवाद का दक्षिण अफ्रीकी सत्र सफल रहा?
सारांश
Key Takeaways
- नवाचार और खुलापन के महत्व पर जोर दिया गया।
- दक्षिण अफ्रीका और चीन के बीच संवाद को बढ़ावा मिला।
- 100 से अधिक अतिथियों ने साझा विकास पर विचार किया।
- चीन का वैश्विक आर्थिक विकास में योगदान 30 प्रतिशत है।
- भविष्य में सहयोग के नए अवसरों की उम्मीद जताई गई।
बीजिंग, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चाइना मीडिया ग्रुप द्वारा आयोजित "नवाचार, खुलापन और साझा विकास" पर वैश्विक वार्ता का दक्षिण अफ्रीकी सत्र जोहान्सबर्ग में सम्पन्न हुआ।
सीपीसी केंद्रीय समिति के प्रचार विभाग के उप मंत्री और चाइना मीडिया ग्रुप के महानिदेशक शन हाईश्योंग एवं दक्षिण अफ्रीका के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार मंत्री डॉ. ब्लेड नजीमांडी ने वीडियो भाषण दिए।
इस कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका में चीनी राजदूत वू फेंग, दक्षिण अफ्रीका के अंतर्राष्ट्रीय संबंध एवं सहयोग उप मंत्री एल्विन बोट्स, जोहान्सबर्ग विश्वविद्यालय के उप कुलपति फस्वाना माफुया, दक्षिण अफ्रीकी सांसद त्शिलिद्जी बेथुएल मुन्याई और ब्रिक्स उद्योग व व्यापार परिषद के प्रतिनिधि स्टावरोस निकोलाउ ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए।
चीन और दक्षिण अफ्रीका के राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक और मीडिया क्षेत्रों से जुड़े 100 से अधिक अतिथियों ने चीन के उच्च-स्तरीय खुलेपन के विस्तार एवं समृद्ध भविष्य के निर्माण के लिए सहयोग पर गहन चर्चा की।
शन हाईश्योंग ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं केंद्रीय समिति का चौथा पूर्णाधिवेशन, जो वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित करता है, पेइचिंग में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह नए युग में चीन के लिए एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। 14वीं पंचवर्षीय योजना, जो लगभग समाप्त हो रही है, पर नजर डालें तो चीन का आर्थिक और सामाजिक विकास एक नए स्तर पर पहुंच गया है, और वैश्विक आर्थिक विकास में इसका योगदान लगभग 30 प्रतिशत बना हुआ है।
यह अनुमान लगाया जा सकता है कि चीन के नए विकास ब्लूप्रिंट के मार्गदर्शन में, चीन अपने द्वार और व्यापक रूप से खोलेगा और दुनिया के लिए और अधिक लाभप्रद अवसर लाएगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)