क्या अफगानिस्तान के खोस्त में पाकिस्तानी हमले में 9 बच्चों की जान गई?

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क्या अफगानिस्तान के खोस्त में पाकिस्तानी हमले में 9 बच्चों की जान गई?

सारांश

अफगानिस्तान के खोस्त में पाकिस्तानी सेना के हमले में नौ बच्चों की जान गई। यह घटना सीमा पर बढ़ते तनाव का संकेत है। जानें इस हमले के पीछे की कहानी और इसके प्रभाव।

Key Takeaways

  • खोस्त में पाकिस्तानी हमले में 9 बच्चों की मौत हुई।
  • अफगान सरकार ने इस हमले की पुष्टि की।
  • सीमा पर तनाव बढ़ रहा है।
  • तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच पूर्व में भी झड़पें हो चुकी हैं।
  • स्थिरता के लिए संवाद की आवश्यकता है।

काबुल, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत के एक आवासीय क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना के हमले में नौ बच्चों सहित दस लोगों की जानें गईं। यह जानकारी अफगान सरकार ने मंगलवार को दी।

अधिकारियों के मुताबिक, यह हमला आधी रात के कुछ समय बाद हुआ और इसमें एक स्थानीय निवासी के घर को निशाना बनाया गया, जिससे सीमा पर तनाव बढ़ने की आशंका फिर से पैदा हो गई है।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया कि यह हमला मंगलवार की सुबह करीब १२:०० बजे खोस्त के गुरबुज जिले के मुगलगई क्षेत्र में हुआ।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने स्थानीय नागरिक, वालियत खान, काजी मीर के बेटे के घर पर बमबारी की। इस हमले में ९ बच्चे (५ लड़के और ४ लड़कियां) और एक महिला की मौत हो गई और उनका घर तबाह हो गया।

मुजाहिद ने यह भी बताया कि उसी रात कुनार और पक्तिका प्रांतों में अलग-अलग हवाई हमले हुए, जिनमें चार आम नागरिक घायल हो गए।

खोस्त में हुआ ताजा हमला लोगों में डर पैदा कर रहा है कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच सीमा पर फिर से हिंसा का नया दौर शुरू हो सकता है। अक्टूबर में दोनों देशों के बीच भारी झड़पों के बाद कुछ समय के लिए लड़ाई रुकी हुई थी, लेकिन अब फिर तनाव बढ़ गया है।

इससे पहले, ९ अक्टूबर को पाकिस्तान ने काबुल, खोस्त, जलालाबाद और पक्तिका में एयरस्ट्राइक की। इसके बाद अफगान तालिबान ने भी जवाबी कार्रवाई की। तालिबान सेनाओं ने ११ और १२ अक्टूबर की रात के बीच अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर कई पाकिस्तानी मिलिट्री पोस्ट पर हमला किया, जिससे भारी गोलीबारी हुई।

हमलों के बाद, तालिबान के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उनका ऑपरेशन खत्म हो गया है, हालांकि पाकिस्तानी अधिकारियों ने किसी भी सीजफायर की घोषणा को खारिज कर दिया और अपनी मिलिट्री कार्रवाई जारी रखी।

उस समय तालिबान के एक प्रवक्ता ने कन्फर्म किया था कि लड़ाई १२ अक्टूबर की सुबह तक जारी रही।

दोनों देशों ने कहा कि उन्होंने एक-दूसरे को भारी नुकसान पहुंचाया है और कई बॉर्डर पोस्ट को तबाह कर दिया है या उन पर कब्जा कर लिया है।

Point of View

यह बेहद महत्वपूर्ण है कि दोनों देशों के बीच संवाद और शांति की दिशा में कदम बढ़ाए जाएं।
NationPress
25/11/2025

Frequently Asked Questions

इस हमले में कितने लोग मारे गए?
इस हमले में कुल दस लोग मारे गए, जिनमें नौ बच्चे शामिल हैं।
यह हमला कब हुआ?
यह हमला २५ नवंबर को आधी रात के बाद हुआ।
तालिबान के प्रवक्ता ने क्या कहा?
तालिबान के प्रवक्ता ने बताया कि यह हमला खोस्त के मुगलगई इलाके में हुआ।
क्या इस हमले के बाद और भी हमले हुए?
हाँ, उसी रात कुनार और पक्तिका प्रांतों में भी हवाई हमले हुए।
सीमा पर तनाव का क्या कारण है?
सीमा पर तनाव का मुख्य कारण दोनों देशों के बीच झड़पें और सैन्य कार्रवाई हैं।
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