क्या मोजाम्बिक के राष्ट्रपति ने सीएमजी को विशेष साक्षात्कार दिया?

सारांश
Key Takeaways
- मोजाम्बिक और चीन के बीच संबंधों की 50वीं वर्षगांठ।
- मापुटो कटेम्बे ब्रिज का निर्माण चीन द्वारा।
- कृषि में सहयोग की संभावनाएँ।
- दो पहाड़ अवधारणा का महत्व।
- भविष्य में सहयोग के क्षेत्र।
बीजिंग, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। इस वर्ष चीन और मोजाम्बिक के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। हाल ही में, मोजाम्बिक के राष्ट्रपति डेनियल फ्रांसिस्को चापो ने चाइना मीडिया ग्रुप को एक विशेष साक्षात्कार दिया।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंध की जड़ें मोजाम्बिक के राष्ट्रीय स्वतंत्रता संघर्ष में हैं। 1975 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद, मोजाम्बिक ने चीन के साथ औपचारिक कूटनीतिक संबंध स्थापित किए। आज, दोनों देशों के संबंध उच्च स्तर पर हैं।
राष्ट्रपति चापो ने बताया कि मापुटो कटेम्बे ब्रिज चीन की सहायता से बनाया गया है, जो अफ्रीका का सबसे बड़ा सस्पेंशन ब्रिज है। यह दोनों देशों की मित्रता और सहयोग का प्रतीक है। बुनियादी संस्थापन के सुधार के साथ, मोजाम्बिक अधिक विकास के अवसर प्राप्त कर सकेगा। मुझे चीन की यह बात बहुत पसंद है कि अगर आप धनी होना चाहते हैं, तो पहले मार्ग का निर्माण करें।
उन्होंने यह भी बताया कि मोजाम्बिक की कृषि स्थिति बहुत अच्छी है। यहाँ लगभग सभी फसलें उगाई जा सकती हैं। हम अपने चीनी दोस्तों का मोजाम्बिक में स्वागत करते हैं। चीनी तकनीक का उपयोग करके हम धान, काजू, दाल और मकई का उत्पादन बढ़ा सकते हैं। यह दोनों देशों की खाद्य सुरक्षा के लिए सहायक है।
राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत दो पहाड़ अवधारणा, यानी स्वच्छ पानी और हरे पहाड़ों की चर्चा करते हुए, राष्ट्रपति चापो ने कहा कि यह एक महान विचार है। मैं इस अवधारणा के सफल कार्यान्वयन की बधाई देता हूं। मुझे विश्वास है कि यह आगे के रास्ते पर प्रकाश डालेगी।
साक्षात्कार में, राष्ट्रपति चापो ने आशा जताई कि भविष्य में कृषि, उद्योग, पर्यटन, खनन, ऊर्जा और बुनियादी संस्थापन में मोजाम्बिक और चीन के बीच सहयोग बढ़ता रहेगा, जिससे दोनों देशों की जनता को कल्याण मिलेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)