क्या नेपाल-चीन बॉर्डर पर बादल फटने से 18 लोग लापता हो गए?

Click to start listening
क्या नेपाल-चीन बॉर्डर पर बादल फटने से 18 लोग लापता हो गए?

सारांश

नेपाल के रसुवा जिले में आए अचानक बाढ़ ने 18 लोगों को लापता कर दिया है। सरकार राहत कार्यों में जुटी है, साथ ही बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन भी जारी है। क्या यह आपदा नेपाल-चीन संबंधों पर असर डालेगी?

Key Takeaways

  • नेपाल-चीन बॉर्डर पर आई बाढ़ ने 18 व्यक्तियों को लापता किया है।
  • सरकार ने राहत कार्यों को युद्ध स्तर पर लागू किया है।
  • बाढ़ ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया है।
  • सुरक्षा बलों ने कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है।
  • आपातकालीन बैठकें बुलाई गई हैं।

काठमांडू, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। नेपाल के रसुवा जिले में मंगलवार तड़के अचानक आई बाढ़ की वजह से 18 लोग लापता हो गए हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लापता लोगों में तीन पुलिसकर्मी, नौ नागरिक और छह चीनी नागरिक शामिल हैं।

यह जानकारी रसुवा के सहायक प्रमुख जिला अधिकारी ने दी।

अधिकारी ने बताया कि बाढ़ ने नेपाल-चीन फ्रेंडशिप ब्रिज (मैत्री पुल) और ड्राय पोर्ट में खड़ी कई नई इलेक्ट्रिक वाहनों को बहा दिया।

रसुवा के मुख्य जिला अधिकारी अर्जुन पौडेल के हवाले से 'द काठमांडू पोस्ट' ने लिखा, "बाढ़ ने फ्रेंडशिप ब्रिज और ड्राय पोर्ट पर खड़ी कई ईवी को बहा दिया। ऐसा संदेह है कि कुछ लोग बाढ़ के समय गाड़ियों के अंदर थे, लेकिन इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है।"

उन्होंने यह भी बताया कि कई लोग, जिनमें सुरक्षा बल के जवान भी शामिल हैं, जो राहत और बचाव कार्य में लगे थे, उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।

इस बीच, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि सरकार राहत और बचाव कार्यों को "युद्ध स्तर" पर अंजाम दे रही है।

ओली ने लिखा, "त्रिशूली नदी में आई बाढ़ से कई लोगों की जान गई है, कुछ अब भी लापता हैं और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है। सरकार प्रभावित लोगों के बचाव के लिए संसाधनों को युद्धस्तर पर लगा रही है। इस नदी में आगे चलकर भोटेकोशी नदी मिलती है।"

प्रधानमंत्री ने मृतकों के प्रति संवेदना और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वह सुरक्षा एजेंसियों से लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं और सभी गैर-जरूरी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकार की प्रतिक्रिया में किसी तरह की कमी न आने दी जाए। संवेदनशील इलाकों में आपातकालीन सहायता को प्राथमिकता दी जा रही है।

इस आपदा के मद्देनजर नेपाल के गृह मंत्रालय ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। वहीं, केंद्रीय सुरक्षा समिति और राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन प्राधिकरण की कार्यकारी समिति की संयुक्त बैठक भी मंगलवार को बुलाई गई है।

Point of View

जहां बाढ़ के कारण जनहानि और संपत्ति के नुकसान का खतरा बढ़ रहा है। सरकार का त्वरित प्रतिक्रिया और राहत कार्य महत्वपूर्ण है, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द सहायता मिल सके।
NationPress
25/07/2025

Frequently Asked Questions

बाढ़ के कारण कितने लोग लापता हुए हैं?
बाढ़ के कारण कुल 18 लोग लापता हुए हैं, जिनमें तीन पुलिसकर्मी और छह चीनी नागरिक शामिल हैं।
सरकार राहत कार्य कैसे कर रही है?
सरकार ने राहत कार्य को युद्ध स्तर पर अंजाम देने का निर्णय लिया है।
क्या बाढ़ से कोई मौत हुई है?
बाढ़ के कारण कई लोगों की जान गई है, लेकिन अभी तक सही संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है।
बाढ़ से किस प्रकार का नुकसान हुआ है?
बाढ़ ने नेपाल-चीन फ्रेंडशिप ब्रिज और कई इलेक्ट्रिक वाहनों को बहा दिया है।
सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
सरकार ने आपातकालीन बैठक बुलाई है और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।