क्या पाकिस्तान में तूफान और मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई? १८ की मौत और कई लापता

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश से १८ लोगों की जान गई।
- खैबर पख्तूनख्वा प्रांत सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
- नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ने २५ जुलाई तक बारिश की चेतावनी दी है।
- बाढ़ और भूस्खलन की आशंका बनी हुई है।
- सरकार राहत कार्य में जुटी हुई है।
इस्लामाबाद, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान में मूसलाधार बारिश के कारण हालात अत्यंत गंभीर हो गए हैं। पड़ोसी देश में बाढ़ और तूफान के चलते १८ लोगों की जानें गई हैं।
'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के अनुसार, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (एनडीएमए) ने चेतावनी जारी की है कि २५ जुलाई तक देश के कई हिस्सों में लगातार बारिश जारी रहने की संभावना है।
खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत में लगभग १३ लोगों की मौत हुई है, जबकि गिलगित-बाल्टिस्तान में १०-१५ लोग लापता हो गए हैं।
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने बताया कि केपी प्रांत में मृतकों में ९ बच्चे, ३ महिलाएं और १ पुरुष शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, बारिश से संबंधित घटनाओं में २ बच्चे और १ महिला सहित ३ अन्य लोग घायल हुए हैं।
पीडीएमए की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, प्रांत में १९ घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें से १७ घर आंशिक रूप से और २ पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।
स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, यह घटनाएं प्रांत के कई जिलों में हुई हैं, जिनमें स्वात, बुनेर, बाजौर, तोरघर, अपर कोहिस्तान, मर्दन, कुर्रम, हरिपुर, मनसेहरा, अपर चित्राल, मलकंद और शांगला शामिल हैं।
पिछले ४८ घंटों में, स्वात जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। अचानक आई बाढ़ के चलते ६ बच्चों और १ महिला की मृत्यु हुई, जबकि १ अन्य महिला और बच्चा घायल हो गए।
इसके अलावा, बुनेर में गरज और बिजली के साथ भारी बारिश के कारण ३ लोगों की मौत हो गई। बिजली गिरने से १ महिला और उसके बच्चे की जान गई, जबकि ८ साल का बच्चा बह गया, जिसका शव पीडीएमए ने बरामद किया है।
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने बुधवार को भारी बारिश, तेज हवा और गरज के साथ बारिश के लिए देशभर में अलर्ट जारी किया है। साथ ही कई क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन की चिंताएं बढ़ गई हैं।
भारी बारिश ने इस्लामाबाद, रावलपिंडी, गुजरांवाला, लाहौर, सियालकोट, सरगोधा, फैसलाबाद, ओकारा, नौशेरा और पेशावर के निचले इलाकों में शहरी बाढ़ की आशंकाएं भी बढ़ा दी हैं।
इस बीच, बुधवार को हुई भारी बारिश के चलते लाहौर और पंजाब प्रांत के कई अन्य शहरों के निचले इलाके जलमग्न हो गए। इसके साथ ही कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई।
लाहौर में लगातार बारिश के कारण कई अंडरपास और सड़कें जलमग्न हो गईं।