क्या पतंजलि रूस को कुशल योगी और प्रशिक्षित कर्मचारी उपलब्ध कराएगा? : स्वामी रामदेव
सारांश
Key Takeaways
- पतंजलि और रूस के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है।
- रूस में योग और आयुर्वेद का प्रचार किया जाएगा।
- दो लाख से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया गया है।
- स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा।
- भारत की संस्कृति को रूस में साझा किया जाएगा।
नई दिल्ली, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पतंजलि समूह और रूस सरकार के बीच दिल्ली में एक महत्वपूर्ण समझौता संपन्न हुआ है। इस समझौते पर स्वामी रामदेव ने पतंजलि समूह की ओर से और रूस के वाणिज्य मंत्री सर्गेई चेरेमिन ने भारत-रूस व्यापार परिषद के अध्यक्ष के रूप में हस्ताक्षर किए।
स्वामी रामदेव ने अपने संबोधन में कहा कि यह समझौता स्वास्थ्य और आरोग्य को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य पर्यटन, कुशल मानव संसाधनों के आदान-प्रदान और अनुसंधान संबंधी पहलों पर केंद्रित है। उन्होंने बताया कि रूस में लोग योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा की सराहना करते हैं और इनका सक्रिय रूप से अभ्यास करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य ऋषियों के इस आरोग्य विज्ञान को दुनियाभर के लगभग 200 देशों तक पहुंचाना है, जिसमें रूस एक प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करेगा।
इस समझौते का प्रमुख उद्देश्य रूस में पतंजलि की आरोग्य सेवाओं का विस्तार करना है। रूस के साथ मिलकर बुढ़ापे को रोकने और दीर्घायु पर गहन शोध किया जाएगा, जिससे गंभीर बीमारियों का मानव शरीर में प्रकट होने से पहले ही पता लगाया जा सकेगा। दूसरा उद्देश्य भारत के आध्यात्मिक ज्ञान, संस्कृति, योग, आयुर्वेद और अमूल्य विरासत को रूस के साथ साझा करना है। इसके लिए भारत की सांस्कृतिक और ऋषि परंपराओं को रूस ले जाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस समझौते का तीसरा उद्देश्य रूस को भारत से कुशल श्रमिक और प्रशिक्षित योगी उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत, पतंजलि ने दो लाख से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया है।
रामदेव ने कहा कि पतंजलि रूस को कुशल योगी और प्रशिक्षित कर्मचारी उपलब्ध कराएगी। इसके साथ ही, इस समझौते के तहत रूस में प्रमुख भारतीय ब्रांडों और भारत में रूसी ब्रांडों का प्रचार किया जाएगा। विश्वस्तरीय पतंजलि ब्रांड को रूस में लाया जाएगा, जिससे रूसी नागरिक पतंजलि के उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का लाभ उठा सकेंगे।
स्वामी रामदेव ने कहा कि भारत और रूस मित्र राष्ट्र हैं। आजादी से पहले से ही भारत का रूस के साथ भावनात्मक जुड़ाव रहा है, जो अब भी कायम है। भारत के लोग रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक सशक्त वैश्विक नेता मानते हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ प्रभावशाली लोग भारत और रूस की दोस्ती से नाखुश हैं, लेकिन रूस हर परिस्थिति में भारत का मित्र था, है और रहेगा। आध्यात्मिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भारत और रूस अभिन्न मित्र हैं और आगे भी रहेंगे।
इस अवसर पर सर्गेई चेरेमिन ने कहा कि रूस पतंजलि के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत करेगा। पतंजलि के योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाकर उनका उद्देश्य रूस के लोगों की जीवनशैली में बदलाव लाना और उन्हें स्वस्थ एवं निरोगी बनाना है।