क्या ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग द्विपक्षीय वार्ता के लिए दिल्ली पहुंचेंगी?

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क्या ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग द्विपक्षीय वार्ता के लिए दिल्ली पहुंचेंगी?

सारांश

ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग का भारत दौरा महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता के लिए है। उनकी यात्रा में एस. जयशंकर के साथ मुलाकात और व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के प्रयास शामिल हैं। जानें इस यात्रा का महत्व और दोनों देशों के बीच सहयोग के नए आयाम।

Key Takeaways

  • पेनी वोंग का भारत दौरा द्विपक्षीय वार्ता के लिए है।
  • वे एस. जयशंकर से मिलकर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगी।
  • भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हो रहे हैं।
  • 2030 तक व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
  • दोनों देश हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता के लिए काम कर रहे हैं।

नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग बुधवार को भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए दिल्ली पहुंचेंगी। वे 16वीं ऑस्ट्रेलिया-भारत विदेश मंत्रियों के 'फ्रेमवर्क डायलॉग' का हिस्सा बनेंगी। इसके अलावा, पेनी वोंग विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ मुलाकात करेंगी।

अपने भारत दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने एक बयान में कहा, "मैं 16वीं ऑस्ट्रेलिया-भारत विदेश मंत्रियों के 'फ्रेमवर्क डायलॉग' और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ अपनी 26वीं बैठक के लिए भारत जाऊंगी।"

उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया और भारत पहले कभी इतने करीब नहीं रहे। हमारी साझेदारी पहले कभी इतनी महत्वपूर्ण नहीं रही। मेरी यह यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों की तीव्र गति को जारी रखेगी और यह हमारे संबंधों को मजबूत करने के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार के निरंतर प्रयासों को दर्शाती है।"

पेनी वोंग का कहना है कि व्यापक रणनीतिक साझेदारी के अंतर्गत हमारा सहयोग एक शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए हमारे गहन समन्वय और साझा दृष्टिकोण को दर्शाता है।

ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री ने आगे कहा, "मैं अपने समकक्ष एस. जयशंकर के साथ चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं, ताकि हमारी साझेदारी अपने अगले चरण में प्रवेश करते हुए और भी अधिक महत्वाकांक्षी व भविष्य-केंद्रित एजेंडे की दिशा तय की जा सके।"

उन्होंने बताया कि हम साइबर और रणनीतिक प्रौद्योगिकी, व्यापार, समुद्री सुरक्षा, रक्षा, खेल और लोगों के बीच संबंधों में अपने सहयोग को बढ़ाने का प्रयास करेंगे।

विदेश मंत्री पेनी वोंग ने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत मिलकर द्विपक्षीय रूप से, क्वाड के माध्यम से और बहुपक्षीय संस्थाओं के जरिए सामूहिक सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।

औपचारिक घोषणा में कहा गया है, 'ऑस्ट्रेलिया और भारत अपनी सामूहिक सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय रूप से, क्वाड के माध्यम से और बहुपक्षीय संस्थानों के माध्यम से काम कर रहे हैं।'

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक मजबूत व्यापारिक संबंध है, जो 2022 में आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ईसीटीए) के लागू होने के बाद और भी मजबूत हो रहा है।

भारत की ओर से ऑस्ट्रेलिया को किए जाने वाले मुख्य निर्यातों में पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग उत्पाद और दवाइयां शामिल हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया की तरफ से भारत को किए जाने वाले मुख्य निर्यात कोयला, सोना और तांबा हैं। दोनों देश आर्थिक संबंधों को और गहरा करने व 2030 तक व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं।

Point of View

बल्कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
NationPress
19/11/2025

Frequently Asked Questions

पेनी वोंग का भारत दौरा कब है?
पेनी वोंग का भारत दौरा 19 नवंबर को है।
वे किस वार्ता का हिस्सा बनेंगी?
वे 16वीं ऑस्ट्रेलिया-भारत विदेश मंत्रियों के 'फ्रेमवर्क डायलॉग' का हिस्सा बनेंगी।
दोनों देशों के बीच मुख्य निर्यात क्या हैं?
भारत से ऑस्ट्रेलिया को पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग उत्पाद और दवाइयां निर्यात होती हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया से भारत को कोयला, सोना और तांबा निर्यात होता है।
यह यात्रा क्यों महत्वपूर्ण है?
यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने और सामरिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।
2030 तक व्यापार का लक्ष्य क्या है?
दोनों देश 2030 तक व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य बना रहे हैं।
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