क्या पीएम मोदी ने कनाडा के साथ 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का व्यापार लक्ष्य रखा?
सारांश
Key Takeaways
- 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का व्यापार लक्ष्य
- व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग पर सहमति
- रक्षा और अंतरिक्ष में सहयोग की संभावनाएँ
- नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति
- दोनों देशों के बीच संबंधों की मजबूती
जोहान्सबर्ग, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक में उन्होंने बताया कि भारत ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का लक्ष्य निर्धारित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा, “कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ बैठक बहुत सकारात्मक रही। हमने कनाडा की मेज़बानी में हुए जी7 समिट के दौरान अपनी पिछली बैठक के बाद से हमारे संबंधों में आई प्रगति की सराहना की। हम आने वाले समय में व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, नवाचार, ऊर्जा और शिक्षा के क्षेत्रों में अपने सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत और कनाडा के बीच व्यापार और निवेश के संबंधों को मजबूत करने की संभावनाएँ बहुत हैं। हमने द्विपक्षीय व्यापार के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा है। कैनेडियन पेंशन फंड भी भारतीय कंपनियों में गहरी रुचि दिखा रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देश रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं को अनलॉक करने पर भी सहमत हुए हैं।
बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर, कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि जून में पीएम मोदी ने कनाडा के कनानास्किस में जी7 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी से मुलाकात की थी, जो तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक थी। इस नए सहयोग के बाद नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति भी हुई। क्रिस्टोफर कूटर को नई दिल्ली में कनाडा का दूत और दिनेश के पटनायक को ओटावा में भारत का उच्चायुक्त बनाया गया है।