क्या शी चिनफिंग का विचार एशिया-प्रशांत सहयोग का नेतृत्व करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- शी चिनफिंग ने एपेक में महत्वपूर्ण विचार साझा किए।
- चीन ने विश्व एआई सहयोग संगठन की स्थापना की।
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र में डिजिटल विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- चीन तकनीकी नवाचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने का प्रयास जारी है।
बीजिंग, ४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एपेक बैठक में महत्वपूर्ण विचार साझा किए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने कहा कि शी चिनफिंग का विचार वैश्विक विकास के प्रवृत्तियों और एपेक के सदस्यों की सामान्य अपेक्षाओं के अनुरूप है। इससे चीन की एक प्रमुख देश के रूप में जिम्मेदारी स्पष्ट होती है।
रूसी विज्ञान अकादमी के चीन और आधुनिक एशिया संस्थान के 'रूस, चीन और विश्व' के अनुसंधान केंद्र के प्रमुख शोधकर्ता व्लादिमीर पेत्रोव्स्की ने कहा कि एपेक बैठक में राष्ट्रपति शी चिनफिंग के महत्वपूर्ण भाषण और लिखित वक्तव्य का एशिया-प्रशांत और वैश्विक मुक्त व्यापार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान है। चीन ने विश्व एआई सहयोग संगठन की स्थापना की एक महत्वपूर्ण पहल पेश की है, जिसका उद्देश्य एआई का स्वस्थ और व्यवस्थित विकास करना है। इससे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में डिजिटल और स्मार्ट विभाजन समाप्त होगा और वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था का उच्च गुणवत्ता वाला विकास तेज होगा।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने बताया कि चीन सक्रियता से एशिया-प्रशांत सहयोग को बढ़ावा देता है। क्षेत्रीय अंतःसंबंधों को मजबूत करने, नवाचार को विकसित करने और वैश्विक शासन में सुधार में चीन ने नेतृत्वकारी भूमिका निभाई है।
अंतर्राष्ट्रीय आविष्कारक संघ के अध्यक्ष अली रस्तागा ने कहा कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग तकनीकी नवाचार पर विशेष ध्यान देते हैं। चीन द्वारा हासिल नई उपलब्धियों को विश्व स्तर पर मान्यता मिली है। इसके अलावा, चीन अपनी उपलब्धियों को साझा करने और समान विकास को बढ़ावा देने में सक्रिय है। यह विश्वास जताया जा रहा है कि भविष्य में चीन का विकास का खाका विश्व सहयोग के लिए अधिक अवसर प्रदान करेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)