क्या सिंहावलोकन 2025 में हॉट माइक ने दुनिया को सच सुनवा दिया?
सारांश
Key Takeaways
- हॉट माइक के पल विश्व राजनीति में अहम भूमिका निभाते हैं।
- नेताओं की अनजाने में की गई टिप्पणियाँ कूटनीति को प्रभावित कर सकती हैं।
- सोशल मीडिया पर वायरल होने से इन घटनाओं का दायरा बढ़ जाता है।
- ये क्षण अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर नई बहस छेड़ते हैं।
- सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता की आवश्यकता होती है।
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। साल 2025 में कई ऐसे क्षण आए जिन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि किसी भी बड़े नेता की एक पल की असावधानी वैश्विक सुर्खियों का कारण बन सकती है। हॉट माइक के ये क्षण न केवल इंटरनेट पर वायरल हुए, बल्कि कूटनीति, राजनीति और सत्ता के गलियारों में असहजता भी लाए। कई बातें सामने आईं और विवादों ने भी जन्म लिया।
18 अगस्त 2025 को व्हाइट हाउस में एक बहुपक्षीय बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का माइक्रोफोन खुला रह गया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ अनौपचारिक बातचीत में ट्रंप ने कहा, “रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन मेरे लिए डील करना चाहते हैं। आप समझ रहे हैं? यह सुनने में कितना क्रेजी लगता है।”
यह टिप्पणी तुरंत अंतरराष्ट्रीय मीडिया में फैल गई और यूक्रेन युद्ध तथा अमेरिका-रूस संबंधों पर नई बहस छिड़ गई।
3 सितंबर 2025 को बीजिंग में भी ऐसा ही कुछ हुआ। इस बार अमरता की अवधारणा पर चर्चा हुई। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और व्लादिमिर पुतिन का निजी संवाद कैमरे और माइक में कैद हो गया। दोनों नेता भविष्य की बायोटेक्नोलॉजी और “150 साल तक जीने” जैसी संभावनाओं पर बातचीत कर रहे थे। यह एक दुर्लभ क्षण था, जब दो शक्तिशाली नेताओं की निजी सोच सार्वजनिक हुई। हालांकि, इसे बाद में सोशल मीडिया से हटा दिया गया।
8 सितंबर 2025 को व्हाइट हाउस में आयोजित एक डिनर के दौरान मेटा के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग हॉट माइक पर पकड़े गए। ट्रंप ने उनसे निवेश और टेक नीति से जुड़े सवाल किए। ज़ुकरबर्ग ने कहा, 'साल 2028 तक करीब 600 बिलियन डॉलर।'
लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह अप्रत्याशित था। ज़ुकरबर्ग ने धीरे से ट्रंप के सामने स्वीकार किया कि वह घोषित आंकड़ों को लेकर पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं।
14 अक्टूबर 2025 को भी एक हॉट माइक मोमेंट रिकॉर्ड किया गया। शर्म अल-शेख में एक अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के दौरान, ट्रंप और इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो की बातचीत सुनी गई। ट्रंप ने कहा कि आगे की बातचीत उनके बेटे एरिक ट्रंप से की जा सकती है। इस टिप्पणी ने सत्ता, परिवार और कूटनीति के रिश्ते पर सवाल उठाए।
11 दिसंबर 2025 को भी एक ऐसा ही क्षण सामने आया जिसने रूस-यूक्रेन-ईयू संबंधों पर पर्दे के पीछे की कहानी बयां की। सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्सांडर वुचिच 11 दिसंबर 2025 को ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ के शीर्ष नेताओं से मिले। इस दौरान, एक 'हॉट माइक' मोमेंट में वुचिच ने यूरोपीय कमीशन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन से कहा, “मॉस्को से अभी मैसेज आया है।” यह सुनकर लेयेन ने जवाब दिया, “हम इंतजार करते हैं जब तक…”। इस घटना ने सर्बिया की रूस के साथ निकटता पर नई बहस छेड़ दी। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और वैश्विक मीडिया में सुर्खियां बटोर लीं। हालांकि, सर्बियाई सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की।