क्या दक्षिण कोरिया और जापान ने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करने के लिए पहली शिखर बैठक की?

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क्या दक्षिण कोरिया और जापान ने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करने के लिए पहली शिखर बैठक की?

सारांश

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग और जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताकाइची ने ग्योंगजू में पहली शिखर बैठक की। यह मुलाकात दोनों देशों के भविष्य के संबंधों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। जानें इस बैठक के प्रमुख बिंदुओं और दोनों देशों के बीच बढ़ती अनिश्चितता के संदर्भ में क्या हो सकता है।

Key Takeaways

  • दक्षिण कोरिया और जापान के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की गई।
  • ताकाइची ने दक्षिण कोरिया को महत्वपूर्ण साझेदार बताया।
  • बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और व्यापार संबंधी मुद्दों पर चर्चा हुई।
  • दोनों देशों के बीच भविष्य-उन्मुख सहयोग पर जोर दिया गया।
  • ताकाइची ने शी जिनपिंग से बैठक की योजना बनाई है।

ग्योंगजू (दक्षिण कोरिया), 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने गुरुवार को दक्षिण-पूर्वी शहर ग्योंगजू में एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन (एपीईसी) की बैठक के दौरान जापान की नई प्रधानमंत्री साने ताकाइची के साथ अपनी पहली शिखर वार्ता की।

जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने के कुछ ही दिनों बाद, ताकाइची तीन दिन की यात्रा पर दक्षिण कोरिया पहुंचीं।

योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस मुलाकात पर सभी की नजरें थीं, क्योंकि यह बातचीत दोनों पड़ोसी देशों के रिश्तों के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मापदंड होगी।

ताकाइची की यह यात्रा सोल-टोक्यो संबंधों में बढ़ती अनिश्चितता के बीच हुई है। ताकाइची को 1910-1945 के दौरान कोरियाई प्रायद्वीप पर जापान के औपनिवेशिक शासन से जुड़े पिछले इतिहास के मुद्दों पर अपने सख्त रुख के लिए जाना जाता है।

वह दिन में पहले टोक्यो से रवाना होने के बाद दोपहर 2:48 बजे दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर बुसान के गिम्हे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरीं।

ताकाइची ने दक्षिण कोरिया को एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया है और प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरियाई समुद्री शैवाल और ड्रामा के प्रति अपनी पसंद जाहिर की, जिसे सोल की चिंताओं को कम करने के एक प्रयास के रूप में देखा गया।

चुनाव के दौरान, ताकाइची ने विवादित यासुकुनी श्राइन जाने से भी परहेज किया था। जापान का यह प्रमुख शिंटो मंदिर, जिसे दक्षिण कोरिया और चीन ने आलोचना का लक्ष्य बनाया है, युद्ध में मारे गए जापानी योद्धाओं और अपराधियों का सम्मान करता है।

ली ने ताकाइची के चुनाव पर तुरंत बधाई संदेश भेजा और दोनों देशों के बीच भविष्य-उन्मुख, आपसी फायदेमंद सहयोग को मजबूत करने की उम्मीद जताई।

जापान के विदेश मंत्रालय के अनुसार, अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, ताकाइची शुक्रवार और शनिवार को होने वाली मुख्य एपीईसी आर्थिक नेताओं की बैठक में भी हिस्सा लेंगी, जिसमें व्यापार और निवेश से संबंधित मुद्दों के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और जनसांख्यिकीय बदलाव जैसी उभरती चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी।

इसमें यह भी कहा गया है कि वह द्विपक्षीय संबंधों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए अन्य विश्व नेताओं के साथ शिखर वार्ता करने की योजना बना रही हैं।

जापान की क्योदो न्यूज ने बुधवार को सरकारी अधिकारियों के हवाले से बताया कि ताकाइची, जो चीन के प्रति भी कड़ा रुख रखती हैं, शुक्रवार को इस बैठक से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पहली उच्च स्तरीय बैठक कर सकती हैं।

Point of View

बल्कि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग को भी बढ़ावा देने वाली है।
NationPress
16/12/2025

Frequently Asked Questions

दक्षिण कोरिया और जापान की बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करना और सहयोग को मजबूत करना था।
ताकाइची की यात्रा के दौरान कौन से मुद्दों पर चर्चा हुई?
ताकाइची की यात्रा के दौरान व्यापार, निवेश, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और जनसांख्यिकीय बदलाव जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
क्या ताकाइची ने कोई विवादास्पद मुद्दों पर चर्चा की?
ताकाइची ने अपने सख्त रुख के लिए जानी जाती हैं, लेकिन उन्होंने विवादित यासुकुनी श्राइन जाने से परहेज किया।
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