क्या ट्रंप के भाषण के दौरान इजरायली सांसदों ने हंगामा किया?

सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप ने भाषण में शांति का आह्वान किया।
- सांसदों ने हंगामा खड़ा किया, जिससे उन्हें बाहर किया गया।
- ट्रंप ने सद्भाव के युग की शुरुआत की बात की।
- लाइव टेलीकास्ट में माहौल हल्का रहा।
- ट्रंप ने गाजा युद्धविराम समझौते की सराहना की।
तेल अवीव, १३ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपना भाषण दे रहे थे, तभी दो इजरायली सांसदों ने ऐसा कुछ किया कि उन्हें जबरन बाहर निकालना पड़ा। राष्ट्रपति ट्रंप ने इसका जवाब एक शानदार तरीके से दिया, जिससे संसद भवन में तालियों की गड़गड़ाहट और हंसी का फव्वारा फूट पड़ा।
इस कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट हंगामे से भरा रहा। द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, हदाश-ताअल पार्टी के अध्यक्ष अयमान ओदेह को पूर्ण बैठक से बाहर कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने ट्रंप के भाषण के दौरान 'फिलिस्तीन को मान्यता देने' का आह्वान करती एक तख्ती दिखाई।
इसी तरह, अरब-इजरायली सांसद ओफर कैसिफ ने भी एक बैनर उठाने की कोशिश की, जिसके बाद उन्हें भी जबरदस्ती बाहर किया गया।
इजरायली सांसद के स्पीकर ने ट्रंप से कहा, "इसके लिए क्षमा करें, राष्ट्रपति महोदय।" ट्रंप ने चुटकी लेते हुए कहा, "यह बहुत कारगर था," जिसके बाद इजरायली सांसदों ने फिर से तालियां बजाईं और 'ट्रंप' का नारा लगाया। ट्रंप ने अपना भाषण जारी रखा।
इसके बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और राष्ट्रपति के दामाद एवं सलाहकार जेरेड कुशनर की तारीफ की, जिन्होंने गाजा युद्धविराम समझौते में मध्यस्थता की, जिससे बंधकों की वापसी संभव हुई।
अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने आध्यात्मिक स्पर्श के साथ की। 20 जीवित बंधकों की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए ट्रंप ने कहा, "आज अब्राहम, आइजैक और याकूब के सर्वशक्तिमान ईश्वर को धन्यवाद देने का दिन है। आसमान, बंदूकें और सायरन शांत हैं, और सूरज उस पवित्र भूमि पर उग रहा है जहाँ अब शांति है।"
उन्होंने आशा व्यक्त की कि "यह क्षेत्र हमेशा के लिए शांति से रहेगा।" ट्रंप ने कहा कि यह केवल युद्ध का अंत नहीं है, "यह आतंक और मृत्यु के युग का अंत और विश्वास, आशा और ईश्वर के युग की शुरुआत भी है।"
उन्होंने वादा किया कि यह इजरायल और इस क्षेत्र के देशों के लिए "सद्भाव के युग" की शुरुआत है। उन्होंने कहा, "यह नए मध्य पूर्व का ऐतिहासिक उदय है।"