क्या ट्रंप ने साउथ कोरियन बैटरी प्लांट में गिरफ्तार कामगारों को 'अवैध विदेशी' करार दिया?

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क्या ट्रंप ने साउथ कोरियन बैटरी प्लांट में गिरफ्तार कामगारों को 'अवैध विदेशी' करार दिया?

सारांश

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्जिया में साउथ कोरिया के प्लांट पर हुई छापेमारी में गिरफ्तार हुए कार्यकर्ताओं को 'गैरकानूनी प्रवासी' बताया। यह घटना अमेरिका में अवैध प्रवासियों पर ट्रंप की नीति को दर्शाती है। जानिए इस मामले में क्या कहा गया और इसका अमेरिकी-कोरियाई संबंधों पर क्या असर होगा।

Key Takeaways

  • डोनाल्ड ट्रंप ने गिरफ्तार कामगारों को 'गैरकानूनी प्रवासी' बताया।
  • छापेमारी हुंडई बैटरी फैक्ट्री पर हुई थी।
  • 475 से अधिक कामगार गिरफ्तार किए गए।
  • इस कार्रवाई का उद्देश्य अवैध रोजगार को कम करना है।
  • साउथ कोरिया ने छापेमारी पर चिंता और खेद जताया।

वाशिंगटन, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हफ्ते जॉर्जिया में साउथ कोरिया के प्लांट कंस्ट्रक्शन साइट पर हुई छापेमारी में गिरफ्तार किए गए सैकड़ों कामगारों को 'गैरकानूनी प्रवासी' बताया है। उन्होंने कहा कि इमिग्रेशन अधिकारी केवल अपना कार्य कर रहे थे।

फेडरल एजेंट्स ने इस सप्ताह की शुरुआत में हुंडई बैटरी फैक्ट्री पर सर्च वारंट लागू करते हुए 475 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिनके पास कानूनी मान्यता नहीं थी। इनमें से अधिकांश साउथ कोरिया से थे।

ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रिपोर्टर्स के सवालों का जवाब देते हुए कहा, "मैंने इसके बारे में अभी थोड़ी देर पहले ही सुना था।"

उन्होंने इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट का उल्लेख करते हुए कहा, "मैं कहूंगा कि वे अवैध विदेशी थे और आईसीई केवल अपना काम कर रहा था।"

जॉर्जिया के साउदर्न डिस्ट्रिक्ट के यूएस अटॉर्नी ऑफिस ने बताया, "दिनभर फेडरल, स्टेट और लोकल लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों ने सर्च वारंट जारी किया और सैकड़ों अवैध कामगारों की पहचान की।" लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों ने उस स्थान पर अवैध रूप से काम कर रहे 475 से ज्यादा लोगों की पहचान की है।

अमेरिकी अटॉर्नी मार्गरेट हीप ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य 'अवैध रोजगार को कम करना' और नियोक्ताओं को अनधिकृत कामगारों को काम पर रखकर अनुचित लाभ उठाने से रोकना था।

होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशंस के जॉर्जिया और अलबामा राज्यों के प्रभारी स्पेशल एजेंट स्टीवन श्रैंक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ये अप्रवासी अवैध रूप से अमेरिका में मौजूद थे, या फिर अमेरिका में अपनी उपस्थिति का उल्लंघन करते हुए गैरकानूनी तरीके से काम कर रहे थे। इन्हें विभिन्न तरीकों से अमेरिका में प्रवेश मिला था।

स्टीवन श्रैंक ने बताया कि यह जांच कई महीनों से चल रही थी। छापेमारी से पहले इसमें कई सबकॉन्ट्रैक्टर्स के नेटवर्क को कवर किया गया था। गिरफ्तार लोग कई अलग-अलग कंपनियों के लिए काम कर रहे थे।

यूएस नेशनल पब्लिक रेडियो के अनुसार, आईसीई के प्रवक्ता लिंडसे विलियम्स ने पुष्टि करते हुए बताया कि फेडरल अधिकारियों ने जॉर्जिया के सवाना के पश्चिम में 3,000 एकड़ (1,214 हेक्टेयर) के एरिया में यह अभियान चलाया था।

'बीबीसी' की रिपोर्ट के अनुसार, इस छापेमारी से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दो सर्वोच्च प्राथमिकताओं के बीच टकराव की स्थिति बन सकती है। ट्रंप की इन प्राथमिकताओं में एक तरफ अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना और दूसरी तरफ गैर-कानूनी प्रवासियों पर सख्ती करना शामिल है। यह कदम अमेरिका के एक अहम सहयोगी देश के साथ रिश्तों पर भी असर डाल सकता है।

साउथ कोरिया ने अमेरिका को जॉर्जिया स्थित ह्युंडई प्लांट पर आईसीई की छापेमारी को लेकर 'चिंता और खेद' जताया है। गिरफ्तार किए गए 475 लोगों में ज्यादातर कोरियाई नागरिक थे।

साउथ कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ली जे-वुंग ने शुक्रवार को कहा, "हमारे कई नागरिकों को छापेमारी के दौरान हिरासत में लिया गया। अमेरिका में निवेश करने वाली हमारी कंपनियों की आर्थिक गतिविधियों और हमारे नागरिकों के हितों का उल्लंघन लॉ एनफोर्समेंट की कार्रवाई के दौरान नहीं होना चाहिए।"

Point of View

हमें हमेशा देश के हितों का ध्यान रखना चाहिए। ट्रंप का यह कदम अमेरिका में अवैध प्रवासियों पर सख्ती से निपटने की नीति को दर्शाता है। हालांकि, इस कार्रवाई का साउथ कोरिया के साथ संबंधों पर प्रभाव पड़ सकता है, जिसे हमें ध्यान में रखना चाहिए।
NationPress
06/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कोई नई नीति बनाई है?
ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्ती से निपटने की अपनी नीति को फिर से दोहराया है, जिसमें उन्होंने अवैध कामगारों को 'गैरकानूनी प्रवासी' करार दिया है।
इस छापेमारी का अमेरिका और साउथ कोरिया के रिश्तों पर क्या असर होगा?
यह छापेमारी अमेरिका और साउथ कोरिया के रिश्तों में तनाव पैदा कर सकती है, क्योंकि इसमें कई कोरियाई नागरिक शामिल थे।
क्या इस कार्रवाई से अवैध रोजगार कम होगा?
अमेरिकी अटॉर्नी के अनुसार, इस कार्रवाई का उद्देश्य अवैध रोजगार को कम करना है और नियोक्ताओं को अनुचित लाभ उठाने से रोकना है।