क्या वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्रिक्स के वित्त मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की?

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क्या वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्रिक्स के वित्त मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की?

सारांश

रियो डी जेनेरियो में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्रिक्स के वित्त मंत्रियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने भारत-रूस संबंधों से लेकर चीन के साथ सहयोग तक कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। जानें इस बैठक में क्या खास बातें हुईं।

Key Takeaways

  • द्विपक्षीय सहयोग पर गहन चर्चाएँ हुईं।
  • भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए गए।
  • ब्राजील के साथ दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
  • चीन के साथ समावेशी विकास पर विचार साझा किए गए।
  • भविष्य में ग्लोबल नैरेटिव को आकार देने की दिशा में सहयोग पर चर्चा हुई।

रियो डी जेनेरियो, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ब्रिक्स समकक्षों के साथ बैठकें कीं, जहां द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। यह जानकारी एक आधिकारिक सरकारी बयान में साझा की गई।

बैठक के दौरान, वित्त मंत्री सीतारमण ने रूसी वित्त मंत्री एंटोन सिलुआनोव के साथ अपनी मुलाकात में भारत-रूस की दीर्घकालिक साझेदारी पर चर्चा की।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर वित्त मंत्रालय की पोस्ट के अनुसार, उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा दी गई सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।

मंत्रालय ने कहा, "केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि भारत और रूस के बीच आपसी विश्वास और समझ का स्तर अत्यंत सराहनीय है, और हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी मजबूती से बनी हुई है।"

उन्होंने 2024 में ब्रिक्स की सफल अध्यक्षता के लिए रूस को बधाई दी और कहा कि भारत साझा हितों के क्षेत्रों में दक्षिण-दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ब्रिक्स मंच का लाभ उठाता रहेगा।

सीतारमण ने हाल ही में ब्रिक्स में शुरू की गई विभिन्न पहलों के तरीकों पर भी चर्चा की।

दोनों पक्षों ने वित्तीय क्षेत्र में सहयोग के मुद्दों, साथ ही न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) से संबंधित मामलों पर भी बातचीत की।

वित्त मंत्री ने ब्राजील के वित्त मंत्री फर्नांडो हद्दाद के साथ मिलकर दक्षिण-दक्षिण सहयोग, वैश्विक दक्षिण की आवाज को प्रोत्साहित करने, सीओपी30 और जलवायु वित्त मुद्दों पर चर्चा की।

ब्रिक्स की अध्यक्षता के दौरान ब्राजील द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्य की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ब्राजील द्वारा निर्धारित एजेंडे का समर्थन करता है और उम्मीद करता है कि जनवरी 2026 में जब भारत अध्यक्षता संभालेगा, तो यह सहयोग और भी मजबूत होगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि भारत और ब्राजील एक रणनीतिक साझेदार के रूप में कई क्षेत्रों में गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं और इस साझेदारी को सशक्त बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

चीन के वित्त मंत्री लैन फोआन के साथ बैठक में उन्होंने बताया कि भारत और चीन समावेशी वैश्विक विकास और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए अद्वितीय स्थिति में हैं, क्योंकि दोनों देश दुनिया की सबसे बड़ी और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाएं हैं।

मंत्रालय के अनुसार, वित्त मंत्री ने कहा कि भारत और चीन साझा मानव पूंजी, गहरे सभ्यतागत संबंध और बढ़ते आर्थिक प्रभाव के कारण कई क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत कर सकते हैं।

उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों देशों के बीच गहन जुड़ाव विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की आवाज को बढ़ाने और वैश्विक नैरेटिव को आकार देने में मदद कर सकता है।

Point of View

यह बैठक भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां वह वैश्विक वित्तीय मंचों पर अपनी आवाज और प्रभाव को बढ़ा सकता है। द्विपक्षीय सहयोग को मजबूती देने के लिए ये चर्चाएँ आवश्यक हैं, जिससे देश के आर्थिक विकास में तेजी आ सकती है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

ब्रिक्स बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा की गई?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने द्विपक्षीय सहयोग, भारत-रूस संबंध, जलवायु वित्त, और दक्षिण-दक्षिण सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
भारत और रूस के बीच संबंधों की स्थिति क्या है?
भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी पर आधारित हैं, जो कि दोनों देशों के बीच विश्वास और समझ पर आधारित है।
ब्राजील की वित्त मंत्री से चर्चा में क्या महत्वपूर्ण बातें सामने आईं?
सीतारमण और ब्राजील के वित्त मंत्री ने दक्षिण-दक्षिण सहयोग और जलवायु वित्त पर महत्वपूर्ण चर्चा की, जिससे दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा मिल सके।