क्या प्रधानमंत्री मोदी लंदन पहुंचे? भव्य स्वागत हुआ

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने लंदन में भव्य स्वागत प्राप्त किया।
- यात्रा का मुख्य उद्देश्य आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देना है।
- भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की जाएगी।
- नौकरी सृजन और विकास के नए रास्ते खोले जाएंगे।
- मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर भी ध्यान दिया जाएगा।
नई दिल्ली/लंदन, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूनाइटेड किंगडम (यूके) की अपनी दो दिवसीय यात्रा पर लंदन पहुंचे, जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री मोदी होटल में पहुँचे और स्वागत के लिए एकत्रित लोगों से मिले।
प्रधानमंत्री मोदी की 23-24 जुलाई को होने वाली ब्रिटेन यात्रा, ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टार्मर के निमंत्रण पर हो रही है और यह ब्रिटेन की उनकी चौथी यात्रा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि वह लंदन पहुँच गए हैं। यह यात्रा हमारे देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हमारे लोगों की समृद्धि, विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। वैश्विक प्रगति के लिए भारत-ब्रिटिश मैत्री एक मजबूत मित्रता है।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे और व्यापक रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा भी करेंगे। वे क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। दोनों पक्ष व्यापार और अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और नवाचार, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों पर विशेष ध्यान देते हुए व्यापक रणनीतिक साझेदारी (सीएसपी) की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने अपने प्रेस वक्तव्य में कहा, "यात्रा के दौरान दोनों पक्ष व्यापार और अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी और नवाचार, रक्षा और सुरक्षा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों पर विशेष ध्यान देते हुए व्यापक रणनीतिक साझेदारी (सीएसपी) की प्रगति की समीक्षा भी करेंगे।"
इस यात्रा से भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी (सीएसपी) को नई गति मिलने की उम्मीद है, जिसमें दोनों नेता प्रगति की समीक्षा करने और भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) सहित सहयोग के नए क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार करने का लक्ष्य रखेंगे।