क्या यमन में हूतियों ने संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी को रिहा किया?

सारांश
Key Takeaways
- यमन में अब तक 53 संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी हिरासत में हैं।
- हूतियों ने 2021 से कई कर्मचारियों को हिरासत में लिया है।
- संयुक्त राष्ट्र ने बिना शर्त रिहाई की मांग की है।
- संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कर्मियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।
- अनुल्लंघनीयता के सिद्धांत का सम्मान किया जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। यमन में हूतियों द्वारा मानवीय कार्यों में लगे संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों की मनमानी हिरासतों की निंदा की गई है। संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें बिना शर्त रिहा करने का आग्रह किया है। इस दौरान, इस सप्ताह की शुरुआत में यमन में हिरासत में लिए गए एक संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी को रिहा किया गया है।
यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दी। स्थानीय समयानुसार बुधवार को, दुजारिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मंगलवार को हिरासत में लिए गए एक अन्य व्यक्ति को रिहा किया गया है।
यमन में अब तक हिरासत में लिए गए संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों की संख्या 53 हो गई है। उन्होंने बताया कि हूतियों ने 2021 से कुछ संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों को हिरासत में लिया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, स्टीफन दुजारिक ने हूती समूह से यमन में सबसे कमजोर लोगों की सहायता कर रहे सभी संयुक्त राष्ट्र और मानवीय कार्यकर्ताओं को तुरंत और बिना शर्त रिहा करने का अनुरोध किया है।
इससे पहले, मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अपने सहयोगियों की लगातार हिरासतों और हूतियों के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में संयुक्त राष्ट्र परिसरों और संपत्तियों की चल रही गैरकानूनी जब्ती की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने हाल ही में नौ अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र कर्मियों को हिरासत में लेने के बाद अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की थी।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा कि ये कार्रवाइयां संयुक्त राष्ट्र की यमन में काम करने की क्षमता में बाधा डालती हैं। महासचिव यमन में संयुक्त राष्ट्र कर्मियों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं।
बयान में कहा गया है कि गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र, गैर-सरकारी संगठनों, नागरिक समाज संगठनों और राजनयिक मिशनों के सभी कर्मियों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई के अपने तत्काल आह्वान को दोहराया है। उन्होंने कहा कि लागू अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार उनका सम्मान और संरक्षण किया जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने यह भी दोहराया कि उनके कर्मियों को बिना किसी बाधा के स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति दी जानी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र के परिसर और संपत्तियां अनुल्लंघनीय हैं और संयुक्त राष्ट्र चार्टर और संयुक्त राष्ट्र के विशेषाधिकारों और उन्मुक्तियों पर कन्वेंशन के अनुरूप, हर समय उनकी रक्षा की जानी चाहिए।
बयान में कहा गया है, "संयुक्त राष्ट्र मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए सभी कर्मियों की सुरक्षित और तत्काल रिहाई और संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के कार्यालयों और अन्य संपत्तियों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास करता रहेगा और सभी उपलब्ध माध्यमों से काम करता रहेगा।"
संयुक्त राष्ट्र महासचिव यमन के लोगों और उनकी आकांक्षाओं का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जता चुके हैं।