क्या 14 नवंबर को पता चलेगा किसकी बनेगी सरकार? आलोक कुमार मेहता का बयान
सारांश
Key Takeaways
- 14 नवंबर
- एग्जिट पोल केवल अनुमान हैं।
- महिला मतदाता की भागीदारी में वृद्धि हुई है।
- प्रजातंत्र में जनता की अहमियत है।
- एनडीए की वापसी का अनुमान है।
पटना, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता आलोक कुमार मेहता ने बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर हुए मतदान के बाद आए एग्जिट पोल पर कहा कि यह केवल एक अनुमान है और इसे इसी रूप में लिया जाना चाहिए। उन्होंने व्यक्त किया कि 14 नवंबर को यह स्पष्ट हो जाएगा कि बिहार में किसकी सरकार बन रही है।
यह बयान उस समय आया है जब 11 नवंबर को दूसरे चरण के लिए 122 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ और उसके बाद एग्जिट पोल सामने आए। अधिकांश एग्जिट पोल में एनडीए सरकार की वापसी का अनुमान लगाया गया है। कई एग्जिट पोल में एनडीए को 140 से 160 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, वहीं महागठबंधन को 100 सीटों से कम पर रखा गया है।
आलोक कुमार मेहता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि ये एग्जिट पोल केवल अनुमान हैं और उन्हें इसी रूप में समझा जाना चाहिए।
एनडीए की बढ़त पर उन्होंने कहा कि यह भी एक अनुमान है, वास्तविक परिणाम 14 नवंबर को ही सामने आएंगे।
जब राजद नेता से पूछा गया कि इस चुनाव में महागठबंधन कितनी सीटें जीत सकता है, तो उन्होंने कहा कि हम कोई अनुमान नहीं लगा रहे हैं। प्रजातंत्र में जनता मालिक है, उसने मतदान किया है। ईवीएम 14 नवंबर को खुलेगी और तब यह स्पष्ट होगा कि प्रदेश में अगली सरकार कौन बनाएगा।
गौरतलब है कि यह पहली बार है जब बिहार विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड स्तर पर वोटिंग हुई है। खासकर महिला मतदाता मतदान में काफी रुचि दिखा रही हैं। पहले और दूसरे चरण के मतदान के दौरान पोलिंग बूथ पर बड़ी संख्या में महिलाएं वोट डालने पहुंची। अब 14 नवंबर का इंतजार है, जब यह स्पष्ट होगा कि मतदाताओं का वोट किस गठबंधन को मिला है।