क्या पीएम मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर 30 करोड़ में निर्मित 25 नई ई-बसों को दिखाई हरी झंडी?

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क्या पीएम मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर 30 करोड़ में निर्मित 25 नई ई-बसों को दिखाई हरी झंडी?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर केवड़िया में 30 करोड़ की लागत से 25 नई ई-बसों का उद्घाटन किया। यह सेवा पर्यटकों को मुफ्त यात्रा के साथ-साथ हरित परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एकता नगर अब एक अनुकरणीय ई-सिटी के रूप में उभर रहा है।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री मोदी ने 25 नई ई-बसों का उद्घाटन किया।
  • इन बसों की लागत 30 करोड़ रुपए है।
  • एकता नगर में अब कुल 55 ई-बसें हैं।
  • यह पहल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण है।
  • बसों में दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएँ उपलब्ध हैं।

राजपीपला, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नर्मदा जिले के केवड़िया में स्थित विश्व प्रसिद्ध स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर 30 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 25 नई ई-बसों को हरी झंडी दिखाई। अब एकता नगर में कुल 55 ई-बसें यात्रियों को मुफ्त यात्रा सेवा प्रदान करेंगी। प्रधानमंत्री ने हरित परिवहन और सतत पर्यटन के लिए एकता नगर को देश के एक अनुकरणीय ई-सिटी के रूप में विकसित करने का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।

उद्घाटन के दौरान, प्रधानमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर नई ई-बसों को एकता नगर की सड़कों पर चलने की अनुमति दी। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों और यात्रियों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इस हरित पहल का स्वागत किया।

ये नई 9 मीटर लंबी एसी मिनी ई-बसें एक बार चार्ज करने पर 180 किलोमीटर तक चल सकती हैं। दिव्यांगजनों के लिए बस में विशेष सुविधाएं हैं, जैसे एक लिफ्टिंग सिस्टम, जिससे दिव्यांगजन आसानी से चढ़ और उतर सकते हैं। इसके अलावा, महिलाओं के लिए चार गुलाबी सीटों का प्रावधान किया गया है, ताकि वे सुरक्षित और आरामदायक यात्रा कर सकें।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा, "एकता नगर न केवल एक पर्यटन केंद्र है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास का एक जीवंत उदाहरण है। ई-बसों के जुड़ने से हवा स्वच्छ रहेगी, ध्वनि प्रदूषण कम होगा और पर्यटकों को आधुनिक, आरामदायक सुविधाएं मिलेंगी।"

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्राधिकरण ने प्रधानमंत्री के 'भारत के पहले ई-सिटी' विजन के तहत ई-कार, ई-रिक्शा और ई-बस जैसी हरित परिवहन प्रणालियों को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया है। प्रधानमंत्री ने विश्व पर्यावरण दिवस 2021 पर इस पहल की घोषणा की थी और तब से, एकता नगर पर्यावरण-अनुकूल पर्यटन का प्रतीक बनकर उभरा है।

नई ई-बसों के जुड़ने से एकता नगर में पर्यटकों के लिए निःशुल्क, स्वच्छ और स्मार्ट परिवहन सेवाएं और भी सुलभ हो गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में, एकता नगर सतत विकास, हरित ऊर्जा और स्मार्ट पर्यटन के सामंजस्य का एक जीवंत प्रतीक बन रहा है।

यह जानना जरूरी है कि प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय एकता दिवस तथा सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए गुजरात आए। प्रधानमंत्री ने वडोदरा हवाई अड्डे पर पहुँचने पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य महानुभावों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया।

Point of View

बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की दिशा में एक आवश्यक कदम है। एकता नगर का यह प्रयास देशभर में हरित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणादायक है।
NationPress
30/10/2025

Frequently Asked Questions

नई ई-बसों की विशेषताएँ क्या हैं?
नई 9 मीटर लंबी एसी मिनी ई-बसें एक बार चार्ज पर 180 किलोमीटर तक चल सकती हैं। इनमें दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएँ भी हैं।
क्या यह सेवा मुफ्त है?
हाँ, एकता नगर में नई ई-बसें यात्रियों को मुफ्त यात्रा सेवा प्रदान करेंगी।
प्रधानमंत्री ने इस पहल की घोषणा कब की थी?
प्रधानमंत्री मोदी ने इस पहल की घोषणा विश्व पर्यावरण दिवस 2021 पर की थी।
एकता नगर का महत्व क्या है?
एकता नगर न केवल पर्यटकों के लिए एक आकर्षण है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास का एक उदाहरण है।
इन बसों का उद्घाटन किस अवसर पर हुआ?
इन बसों का उद्घाटन सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर हुआ।