क्या अदाणी एयरपोर्ट्स ने मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए 1 अरब डॉलर का फंड हासिल किया?

सारांश
Key Takeaways
- अदाणी एयरपोर्ट्स ने 1 अरब डॉलर की फाइनेंसिंग हासिल की।
- यह फंडिंग मुंबई एयरपोर्ट के विकास के लिए है।
- फंडिंग में अपोलो-मैनेज्ड फंड्स शामिल हैं।
- यह भारत का पहला इन्वेस्टमेंट ग्रेड प्राइवेट बॉंड निर्गम है।
- फंडिंग का उद्देश्य सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देना है।
मुंबई, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) ने मंगलवार को जानकारी दी कि कंपनी को अपने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) के लिए एक प्रोजेक्ट फाइनेंस स्ट्रक्चर के माध्यम से १ अरब डॉलर की फाइनेंसिंग प्राप्त हुई है।
इस लेन-देन में जुलाई २०२९ तक मैच्योर होने वाले ७५० मिलियन डॉलर के नोट जारी करने की योजना शामिल है, जिसका उपयोग रिफाइनेंसिंग के लिए किया जाएगा।
फाइनेंसिंग स्ट्रक्चर में अतिरिक्त २५० मिलियन डॉलर जुटाने का प्रावधान भी है, जिससे कुल १ अरब डॉलर की फाइनेंसिंग होगी।
अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी और भारत के सबसे बड़े निजी हवाई अड्डा संचालक ने कहा कि यह फ्रेमवर्क एमआईएएल के विकास, आधुनिकीकरण और क्षमता वृद्धि के लिए पूंजीगत व्यय कार्यक्रम के लिए बेहतर वित्तीय लचीलापन प्रदान करेगा।
यह नई फाइनेंसिंग हाल ही में वैश्विक बैंकों के एक संघ से एएएचएल द्वारा प्राप्त ७५० मिलियन डॉलर की फाइनेंसिंग के बाद हुई है।
लेटेस्ट ट्रांजैक्शन ग्लोबल कैपिटल मार्केट तक अदाणी की पहुंच और भारत के अगली पीढ़ी के इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म पर उच्च गुणवत्ता वाले निवेशकों को आकर्षित करने की कंपनी की क्षमता का प्रमाण है।
अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड के सीईओ अरुण बंसल ने कहा, "यह अदाणी एयरपोर्ट्स के संचालन प्लेटफॉर्म की शक्ति, मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थायी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को प्रमाणित करता है।"
उन्होंने आगे कहा, "अपोलो मैनेज्ड फंड्स और अग्रणी संस्थागत निवेशकों की भागीदारी के साथ, हमें पूंजी के वैश्विक पूल तक अपनी पहुंच को गहरा करने पर गर्व है। सबसे बड़े प्राइवेट इन्वेस्टमेंट-ग्रेड प्रोजेक्ट फाइनेंस निर्गमों में से एक को सुरक्षित करने की हमारी क्षमता वित्तीय अनुशासन, पूंजी दक्षता और दीर्घकालिक मूल्य निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"
यह एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भारत का पहला इन्वेस्टमेंट ग्रेड (आईजी) रेटेड प्राइवेट बॉंड निर्गम है।
इस लेन-देन का नेतृत्व अपोलो-मैनेज्ड फंड्स द्वारा किया गया, जिसमें प्रमुख संस्थागत निवेशकों और बीमा कंपनियों के समूह की भागीदारी थी। इसमें ब्लैकरॉक-मैनेज्ड फंड, स्टैंडर्ड चार्टर्ड आदि शामिल थे, जो भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर के अवसर और अदाणी एयरपोर्ट्स के संचालन प्लेटफॉर्म में वैश्विक विश्वास को रेखांकित करता है।
एमआईएएल के स्थिर परिसंपत्ति आधार, नकदी प्रवाह और ऑपरेशनल एक्सीलेंस द्वारा समर्थित, नोटों को बीबीबी-/स्टेबल रेटिंग दिए जाने की उम्मीद है।
एएएचएल ने कहा कि कंपनी आधुनिकीकरण, क्षमता विस्तार, डिजिटलीकरण और तकनीकी एकीकरण में निरंतर निवेश के माध्यम से हवाई अड्डों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बदलने के दीर्घकालिक दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध है।
यह ट्रांजैक्शन एमआईएएल के स्थिरता एजेंडे को भी गति देगा, जो २०२९ तक नेट जीरो उत्सर्जन प्राप्त करने के अपने लक्ष्य का समर्थन करेगा।
एएएचएल को २०१९ में अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की १०० प्रतिशत सहायक कंपनी के रूप में शामिल किया गया था।