क्या अलवर में कांवड़ यात्रा के दौरान हुआ हादसा जानलेवा था?

सारांश
Key Takeaways
- हादसे में 2 कांवड़ियों की मृत्यु हुई।
- 28 लोग घायल हुए हैं।
- डीजे ट्रक की बिजली की हाईटेंशन लाइन से टकराने से करंट फैला।
- स्थानीय लोग कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
- घायलों का इलाज चल रहा है।
अलवर, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के बीचगांव में बुधवार की सुबह कांवड़ यात्रा के दौरान एक बड़ा हादसा घटित हुआ। इस दौरान कांवड़ यात्रा के जुलूस में शामिल डीजे ट्रक 11,000 किलोवोल्ट की हाईटेंशन बिजली लाइन से टकरा गया, जिसके परिणामस्वरूप करंट फैल गया। इस हादसे में मौके पर ही दो कांवड़ियों की मृत्यु हो गई और 28 लोग घायल हो गए।
मृतकों की पहचान गोपाल (22) पुत्र लालाराम और सुरेश (40) पुत्र कजोड़ी राम के रूप में हुई है, जो दोनों बीचगांव के निवासी थे। यह घटना सुबह लगभग 6:08 बजे हुई, जब कांवड़िए हरिद्वार से लौटते हुए बीचगांव के सरकारी स्कूल से भोले बाबा के मंदिर की ओर जुलूस निकाल रहे थे।
जुलूस में भजन बज रहे थे और सैकड़ों लोग नाच रहे थे। अचानक डीजे ट्रक ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया, जिससे करंट जमीन पर फैल गया।
इस हादसे में 28 लोग, जिनमें कांवड़िए और स्थानीय निवासी शामिल थे, झुलस गए। घायलों में पूजा, सीमा और रजनी की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। हादसे के बाद भगदड़ मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों को गढ़ी सवाई राम और लक्ष्मणगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में पहुंचाया।
22 घायलों का उपचार गढ़ी सवाई राम सीएचसी में चल रहा है, जबकि 7 का लक्ष्मणगढ़ सीएचसी में इलाज किया जा रहा है। 6 गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को अलवर जिला अस्पताल रेफर किया गया है, जिनमें से दो की स्थिति नाजुक है।
हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने गढ़ी सवाई राम-बीचगांव स्टेट हाईवे पर जाम लगा दिया। उनका आरोप है कि हाईटेंशन लाइनों की शिकायत पहले भी की गई थी, लेकिन बिजली विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीण दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
रैनी तहसीलदार ममता कुमारी ने कहा कि घायलों का इलाज जारी है, लेकिन उन्हें बिजली लाइनों की शिकायत की जानकारी नहीं है।
सब इंस्पेक्टर हरिराम मीणा ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची। मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए लक्ष्मणगढ़ सीएचसी में रखे गए हैं। बिजली विभाग के एक लाइनमैन को निलंबित कर दिया गया है और जेईएन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सुखराम नाम के एक कांवड़िए ने बताया कि कांवड़ियों की जा रही गाड़ी बिजली के तार में जाकर फंस गई। गाड़ी में 30 कांवड़िए सवार थे, जिसमें से दो की मृत्यु हो गई और अन्य घायल हो गए।