क्या अमेरिका के 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से देश को नुकसान होगा? तेजस्वी का आरोप

सारांश
Key Takeaways
- अमेरिका का 50 प्रतिशत टैरिफ भारत के लिए चिंता का विषय है।
- तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार को घेरा है।
- इस टैरिफ का संभावित आर्थिक प्रभाव गंभीर हो सकता है।
- प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए गए हैं।
- राजनीतिक हलचलें इस मुद्दे पर तेज हो गई हैं।
पटना, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत पर 50 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ की घोषणा के बाद राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। गुरुवार को बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। वहां के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 28 बार कहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर उन्होंने कराया, लेकिन इस पर किसी की जुबान नहीं खुल रही है।
दिल्ली जाने से पहले तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "आज शाम इंडिया गठबंधन की बैठक है, उसी के लिए दिल्ली जा रहे हैं। साथ ही रक्षा बंधन भी है। मेरी बहन दिल्ली में रहती है, इसलिए वहीं रहेंगे।"
उन्होंने कहा कि देश में सरकार कैसे चल रही है, यह सभी देख रहे हैं। अमेरिका ने 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। 28 बार डोनाल्ड ट्रंप कह चुके हैं कि उन्होंने सीजफायर कराया है। फिर भी प्रधानमंत्री ने चुप्पी नहीं तोड़ी है। प्रधानमंत्री अब तक नहीं कह रहे हैं कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा, "केंद्र सरकार अमेरिका जैसा कह रही है, वैसे कर रही है। 50 प्रतिशत टैरिफ से देश को कितना नुकसान होने वाला है, लेकिन इस पर कोई बात नहीं कर रहा है। ये लोग देश का नुकसान करके बिहार आएंगे और कहेंगे, देखो, विश्व गुरु हो गए।"
उन्होंने दो वोटर कार्ड को लेकर नोटिस मिलने पर कहा कि उन्हें चुनाव आयोग से कोई नोटिस नहीं मिला है। पटना जिला निबंधन से नोटिस आया है। उसके लिए हम अच्छा जवाब तैयार कर रहे हैं। उन्होंने दो-दो वोटर कार्ड बना दिए और जवाब हमसे मांग रहे हैं। मतलब गलती वे खुद करें और जवाब हमसे मांगें। ऐसा जवाब देंगे कि उन्हें कोई जवाब नहीं सूझेगा।
पूर्व विधायक अनंत सिंह के तेजस्वी यादव के 15 सीट पर सिमट जाने के दावे को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे प्रवक्ता बंटू सिंह से पूछ लीजिए, वही इसका जवाब देंगे।