क्या एक जनवरी से ऑस्ट्रेलिया में भारतीय निर्यात पर जीरो ड्यूटी लगेगी?
सारांश
Key Takeaways
- एक जनवरी से ऑस्ट्रेलिया में भारतीय निर्यात पर जीरो ड्यूटी लागू होगी।
- अधिक श्रम उपयोग वाले उद्योगों को फायदा होगा।
- भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापार समझौता आर्थिक भागीदारी को बढ़ाएगा।
- कृषि निर्यात में वृद्धि के नए अवसर मिलेंगे।
- विदेशी बाजारों में भारतीय उत्पादों की पहुंच में सुधार होगा।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को बताया कि एक जनवरी से 100 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर ऑस्ट्रेलिया में जीरो ड्यूटी लागू की जाएगी। इससे अधिक श्रम उपयोग वाले उद्योगों को लाभ होगा और विभिन्न क्षेत्रों में नए अवसर उत्पन्न होंगे।
गोयल ने कहा कि कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक कॉरपोरेशन एग्रीमेंट (सीईसीए) पर कई देशों के साथ बातचीत चल रही है। भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापार समझौते से इंडो-पैसिफिक में देश की आर्थिक भागीदारी में वृद्धि हो रही है, और यह मेक इन इंडिया और विकसित भारत 2047 के लक्ष्य के अनुरूप है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते की तीसरी सालगिरह पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम एक ऐसी साझेदारी का जश्न मना रहे हैं जिसने इरादों को अवसरों में परिवर्तित किया है।
गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "साथ मिलकर, भारत और ऑस्ट्रेलिया साझा समृद्धि और भरोसेमंद व्यापार का भविष्य बना रहे हैं।"
उनके अनुसार, पिछले तीन वर्षों में इस समझौते से निरंतर निर्यात वृद्धि, बेहतर बाजार पहुंच और मजबूत सप्लाई-चेन मिली है, जिससे भारतीय निर्यातकों, एमएसएमई, किसानों और श्रमिकों सभी को लाभ हुआ है।
वित्त वर्ष 2024-25 में, ऑस्ट्रेलिया को भारत का निर्यात 8 प्रतिशत बढ़ा, जिससे भारत का व्यापार संतुलन बेहतर हुआ। मैन्युफैक्चरिंग, केमिकल्स, टेक्सटाइल्स, प्लास्टिक, फार्मास्यूटिकल्स, पेट्रोलियम उत्पाद और रत्न और आभूषण जैसे क्षेत्रों में अच्छी वृद्धि देखी गई।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "कृषि निर्यात में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है, जिसमें फल और सब्जियाँ, समुद्री उत्पाद, मसाले और कॉफी का निर्यात शामिल है। अप्रैल-नवंबर 2025 में रत्न और आभूषण का निर्यात 16 प्रतिशत बढ़ा है।"
भारत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के पड़ोसी देश न्यूजीलैंड के साथ भी एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें न्यूजीलैंड भी भारतीय निर्यात पर जीरो ड्यूटी लगाएगा।
चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान, भारत के सामान और सेवाओं का कुल निर्यात बढ़कर रिकॉर्ड 418.91 अरब डॉलर हो गया, जिसमें पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.86 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।