क्या आज अयोध्या में खुशी का दिन है: गोविंद देव गिरी?
सारांश
Key Takeaways
- राम मंदिर का ध्वजारोहण भारत की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।
- गोविंद देव गिरी ने खुशी का इज़हार किया है।
- लगभग ६ हजार अतिथि समारोह में शामिल होने वाले हैं।
- अयोध्या में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या है।
- राम मंदिर का निर्माण एक लंबे संघर्ष का परिणाम है।
अयोध्या, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भव्य राम मंदिर के शिखर पर ‘ध्वजारोहण’ से पूर्व कार्यक्रम में रामभक्तों और संतों की बड़ी संख्या अयोध्या में इकट्ठा हुई है। समर्पण भाव से भरे रामभक्त इस पवित्र कार्य के गवाह बनने के लिए उत्साहित हैं।
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम लोग आज बहुत खुश हैं। जिस दिन का हमें बेसब्री से इंतजार था, वह दिन आ गया है। मंदिर में सभी आवश्यक तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं, और जो कुछ शेष हैं, वे भी जल्द ही हो जाएंगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने बताया कि लगभग ६ हजार अतिथियों के आने की संभावना है। मेहमानों को किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसकी तैयारी काफी समय से चल रही थी, और इसे समय पर पूरा किया गया।
अयोध्या के एक पुजारी ने कहा, “आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि राम मंदिर पूर्ण हो गया है। हम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री मोदी के आभारी हैं। मंदिर बहुत मेहनत से बनाया गया है, जो अद्भुत है। यह एक प्रेरणादायक स्थल है, जो इसमें शामिल सभी लोगों की मेहनत को दर्शाता है।”
मूर्तिकार सत्य नारायण पांडे ने कहा, “जब भगवान प्रकट होते हैं, तो हमेशा एक विशेष दिव्य उपस्थिति होती है, जिसे शब्दों में नहीं कहा जा सकता। हमने जो मूर्तियां बनाई हैं, वे अपने आप में चमत्कारी हैं। मेरे जीवन में पहली बार, भगवान राम एक ही पत्थर से आसमानी रंग में प्रकट हुए हैं, जबकि देवी सीता उसी पत्थर से एक चमकदार रंग में प्रकट हुईं। यह सच में भगवान की कृपा है। जब भगवान प्रकट होते हैं, तो ऐसे चमत्कार अपने आप होते हैं।”
श्रद्धालुओं ने कहा, “यह एक भव्य कार्यक्रम है और हमारे भारत के लिए गर्व का पल है। लोग यहां बहुत उत्साह और खुशी के साथ आए हैं। आज यहां होना हमें भारतीय नागरिक के रूप में गर्व और ऊर्जा से भर देता है। इस खुशी को शब्दों में नहीं कहा जा सकता।”