क्या आजम खान की रिहाई बेल बॉन्ड में गलती से रुक गई?

सारांश
Key Takeaways
- आजम खान की रिहाई में बाधा आई है।
- बेल बॉंड में पते की गलती की वजह से प्रक्रिया रुकी है।
- समर्थकों में उत्साह और निराशा का मिश्रण है।
- सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
- आजम खान को 72 मामलों में जमानत मिल चुकी है।
सीतापुर, 23 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख नेता आजम खान की जेल से रिहाई की प्रक्रिया में एक नया मोड़ आ गया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद 23 महीनों की कैद से बाहर आने की उम्मीद थी, लेकिन बेल बॉन्ड में उनके पते में हुई गलती के कारण रिहाई की प्रक्रिया रुक गई है।
जेल प्रशासन के अनुसार, बेल बॉन्ड भरते समय आजम खान का पता गलत तरीके से दर्ज किया गया था। किसी भी कैदी की रिहाई के लिए बेल बॉन्ड में सही और पूरा पता होना आवश्यक है। यदि पते में कोई भी त्रुटि या असंगति हो, तो पूरी प्रक्रिया को रोक दिया जाता है। अब नए दस्तावेजों को सही करने के बाद ही रिहाई की प्रक्रिया फिर से प्रारंभ होगी।
कई कानूनी मामलों में फंसे आजम खान को पहले ही विभिन्न मामलों में जमानत मिल चुकी थी, लेकिन प्रक्रिया में देरी के कारण वे जेल से बाहर नहीं आ पा रहे थे।
आजम खान की रिहाई की खबर से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सीतापुर जेल के बाहर उनके समर्थकों की बड़ी संख्या जमा हो गई है और वे रिहाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वहीं, उनके परिवार के सदस्य भी सीतापुर में उपस्थित हैं।
इस बीच, सीतापुर जेल और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हैं। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है ताकि रिहाई के समय किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो। समर्थकों की संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए जेल के चारों ओर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
गौर करने वाली बात यह है कि आजम खान को 72 मामलों में जमानत मिल चुकी है, जिसमें हाल ही में क्वालिटी बार लैंड ग्रैब केस भी शामिल है। वे अक्टूबर 2023 से सीतापुर जेल में बंद थे।