क्या बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमले की निंदा आवश्यक नहीं है? : भाजपा नेता विक्रम रंधावा
सारांश
Key Takeaways
- हिंदू समुदाय पर हमले की कड़ी निंदा
- ग्लोबल जागरूकता की जरूरत
- केंद्र सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग
- राजनीतिक प्रतिक्रिया पर सवाल उठाए गए
- धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण आवश्यक
श्रीनगर, २४ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता विक्रम रंधावा ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों की कड़ी निंदा की और इस मुद्दे पर वैश्विक स्तर पर आवाज उठाने की आवश्यकता की बात की।
उन्होंने बुधवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर जारी हमला बेहद निंदनीय है। यह हमला सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है, जिसमें एक समुदाय दूसरे समुदाय के अस्तित्व को समाप्त करने की कोशिश कर रहा है।
रंधावा ने मांग की कि केंद्र सरकार को बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों के खिलाफ ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने यूनुस सरकार के रुख को भी निंदनीय बताया और कहा कि यदि ऐसी स्थिति बनी रही, तो यह हमारे लिए भविष्य में एक गंभीर चुनौती बनेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि इस मुद्दे पर केवल भारत में ही विरोध हो रहा है। लेकिन, विश्वभर के लोगों को इस बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि सबको पता चले कि बांग्लादेश में वास्तव में क्या हो रहा है।
इसके साथ ही, रंधावा ने कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा को प्रधानमंत्री पद के लिए योग्य बताया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह दुर्भाग्य है कि वह अब तक गांधी परिवार की मानसिकता से बाहर नहीं निकल पाई है। इमरान मसूद को यह समझना चाहिए कि देश की जनता ही तय करेगी कि कौन प्रधानमंत्री पद के लिए योग्य है।
उन्होंने राहुल गांधी के राजनीतिक कौशल पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वे अब राजनीति के लिए अयोग्य हो चुके हैं। उनके विदेश दौरे पर भी सवाल उठाते हुए रंधावा ने कहा कि राहुल गांधी हमेशा भारत विरोधी टिप्पणियाँ करते हैं।