क्या बांग्लादेश में आईएसआई सक्रिय है, स्थिति का फायदा उठाना चाहती है: एसपी वेद?
सारांश
Key Takeaways
- बांग्लादेश में वर्तमान स्थिति गंभीर है।
- आईएसआई की गतिविधियाँ बढ़ रही हैं।
- एंटी-इंडिया ताकतें इस स्थिति का लाभ उठाना चाहती हैं।
- चुनाव फरवरी में होने की संभावना है।
- सुरक्षा एजेंसियों को जांच करनी चाहिए।
जम्मू, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी एसपी वेद ने बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है। उनका कहना है कि वहां की परिस्थितियाँ अत्यंत गंभीर हैं और किसी भी दिशा में जा सकती हैं।
पूर्व डीजीपी एसपी वेद ने बताया कि फरवरी में चुनाव होने की संभावना है और वे आशा करते हैं कि स्थिति नियंत्रित रहेगी तथा चुनाव समय पर संपन्न होंगे।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार की स्थिति विकसित हो रही है, उसमे एक के बाद एक घटनाएँ घटित हो रही हैं। पहले शरीफ़ उस्मान हादी की मृत्यु, उसके बाद एक हिंदू युवा की हत्या और जलाने का मामला, और फिर एक छात्र नेता की हत्या। इस सबका लाभ किसे मिलता है, यह देखने वाली बात होगी। जो ताकतें एंटी-इंडिया भावना को भड़काना चाहती हैं, वे इस स्थिति का फायदा उठाने में लगी हैं।
उन्होंने बांग्लादेश के आईजी द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां यह दावा किया गया कि हादी के हत्यारे भारत भाग गए हैं। जब उनसे सबूतों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कुछ नहीं कहा। इसका अर्थ है कि हत्यारे बांग्लादेश की धरती पर ही हैं। इसकी गहन जांच होनी चाहिए। जो सबूत सामने आएंगे, उनके आधार पर ही कार्रवाई संभव है। यदि सबूत नहीं हैं, तो पड़ोसी देश पर आरोप नहीं लगाया जा सकता।
उन्होंने आगे कहा कि एंटी-इंडिया भावना से लाभ किसे होगा, यह सभी को ज्ञात है।
पूर्व डीजीपी ने कहा कि जब यूनुस मुख्य सलाहकार के रूप में सत्ता में आए और शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा, तो यह बदलाव थोपे जाने जैसा प्रतीत होता है। सभी संकेत दर्शाते हैं कि इस सत्ता परिवर्तन में सीआईए, पाकिस्तान और अमेरिकी डीप स्टेट का हाथ है। हालांकि, इससे निश्चित रूप से पाकिस्तान की आईएसआई और उसकी सेना को लाभ मिल रहा है। वहां आईएसआई की गतिविधियाँ बढ़ गई हैं। आईएसआई सक्रिय है और स्थिति का लाभ उठाना चाहती है। जमात-ए-इस्लामी भी इसका लाभ ले रही है।