क्या बरेली हिंसा के आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई असंवैधानिक है?: सुरेंद्र राजपूत

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क्या बरेली हिंसा के आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई असंवैधानिक है?: सुरेंद्र राजपूत

सारांश

क्या बरेली हिंसा के आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई असंवैधानिक है? कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। जानें इस विवाद में क्या कहा गया है और क्या है इसके पीछे की सच्चाई।

Key Takeaways

  • बरेली हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को असंवैधानिक बताया गया।
  • 'आई लव मोहम्मद' अभियान को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखा गया।
  • केंद्र सरकार पर एशिया कप के आयोजन का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप।
  • करूर भगदड़ पर भाजपा के राजनीतिक लाभ की कोशिश की गई।
  • नक्सलवाद पर केवल संविधान के तहत कार्रवाई की आवश्यकता।

लखनऊ, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने मंगलवार को बरेली हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को असंवैधानिक बताया। उन्होंने कहा कि 'आई लव मोहम्मद' अभियान में कोई बुराई नहीं है।

राजपूत ने कहा कि जो लोग इस मुद्दे का उपयोग करके नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि वर्तमान में हिंदू-मुस्लिम तनाव को बढ़ावा देने के लिए हर बार बुलडोजर की कार्रवाई की जा रही है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। मुझे विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट आने वाले दिनों में इस संबंध में उचित निर्णय देगा।

इसके साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार पर एशिया कप की आड़ में व्यापार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राजनीतिक लाभ के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच मैच को स्क्रिप्ट किया है।

उन्होंने यह भी कहा कि तीन मैचों का आयोजन कोई संयोग नहीं है और इसके पीछे कोई राजनीतिक साजिश छिपी हुई है, जिसे लोग समझते हैं, लेकिन यह लंबा नहीं चलेगा।

राजपूत ने एशिया कप के फाइनल में टीम इंडिया की जीत के बाद पीएम मोदी के पोस्ट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह पोस्ट सेना की शौर्यता को खेल से जोड़ने का प्रयास है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।

इसके अलावा, उन्होंने तमिलनाडु के करूर में हुई भगदड़ पर भाजपा पर निशाना साधा, यह कहते हुए कि पार्टी इसका राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।

राजपूत ने करूर भगदड़ में संलिप्त टीवीके पार्टी के नेता की गिरफ्तारी को उचित बताया और कहा कि अगर कोई इस घटना में शामिल है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

भाजपा द्वारा राहुल गांधी के विदेश दौरे पर सवाल उठाने पर उन्होंने कहा कि जब पार्टी के नेता संवाद कर रहे हैं, तो भाजपा को क्यों परेशानी हो रही है?

नक्सलवाद पर डी राजा के सवालों का जवाब देते हुए राजपूत ने कहा कि यह देश संविधान से चलेगा, नक्सलवाद से नहीं।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस अपने गिरते समर्थन को लेकर चिंतन कर रही है और कई बदलाव कर रही है।

आजम खान के आरोपों पर, राजपूत ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। अपराधियों को कानून के अनुसार सजा मिलनी चाहिए।

लेह हिंसा पर उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का दोहरा रवैया ठीक नहीं है।

--आईएएनस

एसएचके/वीसी

Point of View

बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित कर रहा है। देश के लिए यह आवश्यक है कि संवैधानिक प्रक्रिया का पालन किया जाए और किसी भी प्रकार की नफरत को बढ़ावा देने से बचा जाए।
NationPress
30/09/2025

Frequently Asked Questions

बरेली हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों असंवैधानिक है?
सुरेंद्र राजपूत के अनुसार, यह कार्रवाई संविधान के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन करती है, जिससे सामाजिक शांति को खतरा हो सकता है।
'आई लव मोहम्मद' अभियान में क्या गलत है?
'आई लव मोहम्मद' अभियान को राजपूत ने सकारात्मक बताते हुए कहा कि यह किसी भी तरह से नफरत फैलाने का माध्यम नहीं है।
केंद्र सरकार पर व्यापार करने का आरोप क्यों है?
राजपूत का कहना है कि एशिया कप के आयोजन के पीछे राजनीतिक लाभ छिपा है, जिसे केंद्र सरकार ने योजना बद्ध तरीके से किया है।
क्या करूर भगदड़ पर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की जा रही है?
राजपूत ने कहा कि भाजपा इस घटना का राजनीतिक उपयोग कर रही है, जो संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति करना उचित नहीं है।
क्या नक्सलवाद पर राजनीति करना गलत है?
राजपूत का मानना है कि नक्सलवाद के खिलाफ कार्रवाई केवल संविधान के तहत होनी चाहिए, न कि राजनीतिक लाभ के लिए।