क्या यूपी में बरेली हिंसा पर दिनेश शर्मा का तंज सही है?

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क्या यूपी में बरेली हिंसा पर दिनेश शर्मा का तंज सही है?

सारांश

लखनऊ में भाजपा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने बरेली हिंसा पर विपक्ष की आलोचना की है। वह कहते हैं कि विपक्ष को शांति की दिशा में काम करना चाहिए। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।

Key Takeaways

  • विपक्ष की नीतियों की आलोचना
  • राजनीतिक तनाव और शांति की आवश्यकता
  • सभी वर्गों के उत्थान का प्रयास
  • सद्भाव बनाए रखने की अपील
  • उकसावे की राजनीति पर ध्यान

लखनऊ, 4 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने बरेली में हाल में हुए विवादास्पद घटनाक्रम पर विपक्ष की प्रतिक्रिया की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को आग में 'घी' डालने के बजाय शांति, चैन और सुख से रहने वाले लोगों की मदद करनी चाहिए।

बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद के बाद हुई हिंसा और पथराव की घटनाओं के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने रोका था। दिनेश शर्मा ने आरोप लगाया कि विपक्ष उकसावे की राजनीति कर रहा है और कहा, "सपा सद्भावना से रहने वाले लोगों को एकजुट करने के बजाय उकसाने का काम करती है, जो उचित नहीं है। उन्होंने एक बार भी नहीं कहा कि पत्थरबाजी नहीं होनी चाहिए।"

जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति नियंत्रित की। यूपी विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व में सपा प्रतिनिधिमंडल को कानून-व्यवस्था का हवाला देकर बरेली जाने से रोका गया। शर्मा ने कहा कि विपक्ष की ऐसी गतिविधियाँ राज्य की शांति को भंग करने वाली हैं। उन्होंने सभी से सद्भाव बनाए रखने की जिम्मेदारी निभाने की अपील की।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के संबंध में ओमप्रकाश राजभर के हालिया बयान पर दिनेश शर्मा ने कहा, "भाजपा दलित, पिछड़े, आदिवासी और सभी अनुसूचित जातियों के प्रति समर्पित है। भाजपा का एकमात्र उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत का निर्माण है। हम सभी वर्गों के उत्थान के लिए कार्यरत हैं।"

भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के बयान पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की टिप्पणी की दिनेश शर्मा ने आलोचना की। उन्होंने कहा, "उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष (राहुल गांधी) की जुबान तो कभी मलेशिया, कभी इटली, कभी कोलंबिया में खुलती है। विदेशी भाव उनके हृदय में जिन्न की तरह बैठ जाता है, इसलिए पाकिस्तान की भाषा बोलने लगते हैं। ऐसे बयान देशहित के खिलाफ हैं।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीतिक बयानबाजी के बीच हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सभी पार्टियों का उद्देश्य शांति और सद्भाव बनाए रखना है। हर किसी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
NationPress
04/10/2025

Frequently Asked Questions

बरेली हिंसा का मुख्य कारण क्या था?
बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद के कारण हिंसा और पथराव की घटनाएँ हुईं।
डॉ. दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर क्या आरोप लगाया?
उन्होंने विपक्ष पर उकसावे की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
सपा प्रतिनिधिमंडल को क्यों रोका गया?
प्रशासन ने कानून-व्यवस्था के कारण सपा प्रतिनिधिमंडल को रोका।