क्या बारिश प्राकृतिक है और इसे रोका नहीं जा सकता? हादसा होना दुखद है: जयप्रकाश मजूमदार

सारांश
Key Takeaways
- बारिश एक प्राकृतिक घटना है, इसे रोका नहीं जा सकता।
- पश्चिम बंगाल में जलभराव के कारण हादसे हुए हैं।
- राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप उचित नहीं हैं।
- जीएसटी में कमी के मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- केंद्र सरकार की नीतियों की समीक्षा होनी चाहिए।
कोलकाता, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के कारण कई लोगों की जान जाने पर राजनीति गरमा गई है। टीएमसी के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने कहा कि बारिश प्राकृतिक है, इसे रोका नहीं जा सकता। यह हादसा बेहद दुखद है।
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बारिश को कोई नहीं रोक सकता, यह एक स्वाभाविक घटना है। इस बारिश की वजह से जलभराव हुआ है, जिससे खुली तारों के संपर्क में आकर यह दुखद हादसा हुआ। ऐसी घटनाएँ नहीं होनी चाहिए थीं।
उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार पर इस स्थिति के लिए आरोप लगाना उचित नहीं है। हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि मुंबई में भी इस तरह की समस्याएँ आम हैं, लेकिन वहां इस पर ज्यादा चर्चा नहीं होती।
मजूमदार ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पूरी जानकारी होनी चाहिए। यदि उनके पास सही जानकारी होती, तो वे ऐसे बयान नहीं देते।
टीएमसी के प्रदेश उपाध्यक्ष ने जीएसटी में कमी के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि हमें कई स्थानों से यह शिकायत मिली है कि जीएसटी कम होने के बाद भी कुछ वस्तुएँ 18 प्रतिशत के स्लैब में दिखाई दे रही हैं। इसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि बंगाल में जीएसटी को कम करने का कोई प्रयास नहीं देख रहा है। यह केवल केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है।
बंगाल में दूध पर जीएसटी की कमी के सवाल पर जयप्रकाश मजूमदार ने पूछा कि आखिर केंद्र सरकार ने इस मामले में क्या कदम उठाए हैं। आज की तारीख में केंद्र सरकार कुछ भी कर सकती है।