क्या बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए मंत्री इरफान अंसारी ने दिए निर्देश?

सारांश
Key Takeaways
- झारखंड में भारी बारिश ने व्यापक नुकसान किया है।
- सरकार ने प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
- नुकसान का आकलन करने के निर्देश सभी जिलों को दिए गए हैं।
- स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए नए केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।
- योग दिवस पर सभी को आमंत्रित किया गया है।
रांची, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने व्यापक तबाही उत्पन्न की है। मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद, रांची, खूंटी, लोहरदगा, सिमडेगा, गुमला, धनबाद, बोकारो और सरायकेला जैसे जिलों में तेज हवाओं और बारिश ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने पत्रकारों से बातचीत में प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने बताया कि बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं। एक उच्चस्तरीय बैठक में, जिसमें मुख्य सचिव और अन्य अधिकारी शामिल थे, नुकसान का जायजा लिया गया। कई स्थानों पर घर ढहे, फसलें बर्बाद हुईं और सड़कों पर जलभराव हो गया।
उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों की मदद के लिए तात्कालिक कार्रवाई कर रही है। पैसे की कोई कमी नहीं है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। बारिश और वज्रपात के कारण सात लोगों की मृत्यु हो गई है। रांची के एक डीपीएस स्कूल के संगीत शिक्षक लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
उन्होंने लोगों से खराब मौसम में घर से बाहर न निकलने और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की। मुआवजे की राशि अभी स्पष्ट नहीं की गई है, लेकिन सरकार ने प्रभावित परिवारों को सहायता का भरोसा दिलाया है।
मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बताया कि झारखंड में पहली बार एड्स उपचार केंद्र (एआरटी सेंटर) स्थापित करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वीकृत कर लिया है। यह केंद्र एड्स पीड़ितों को मुफ्त दवाइयाँ और काउंसलिंग की सुविधा प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि इस केंद्र से मरीजों का मनोबल बढ़ेगा और उन्हें विश्वास होगा कि हर बीमारी का इलाज संभव है। यह केंद्र न केवल उपचार प्रदान करेगा, बल्कि मरीजों को मानसिक रूप से मजबूत करने में भी मदद करेगा। पहले केंद्र सरकार से मिलने वाले फंड का सही उपयोग नहीं हो पा रहा था, जिससे मरीजों को राहत नहीं मिलती थी। अब इस केंद्र के माध्यम से मरीजों को बेहतर सुविधाएँ दी जाएंगी। इसका शिलान्यास जल्द होगा।
डॉ. अंसारी ने रांची के रिम्स अस्पताल को और मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि रिम्स केवल अमीरों के लिए नहीं, बल्कि गरीबों, आदिवासियों और दलितों के लिए भी है। इसके आसपास के क्षेत्रों में होटल, मॉल और अन्य व्यवसायों को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि स्थानीय लोग आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। सरकार सब्सिडी देकर आदिवासियों और दलितों को व्यवसाय शुरू करने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि रिम्स के आसपास का क्षेत्र आर्थिक विकास का केंद्र बनेगा, जिससे स्थानीय लोग समृद्ध होंगे।
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम का जिक्र करते हुए डॉ. अंसारी ने कहा कि योग किसी एक पार्टी का नहीं, बल्कि सभी का है।
पहले उन्होंने योग को लेकर भाजपा पर इसे हाईजैक करने का आरोप लगाया था, लेकिन अब बतौर मंत्री वह सभी को योग में शामिल होने का निमंत्रण दे रहे हैं। उन्होंने मंत्रियों, विधायकों, व्यवसायियों और मीडिया को आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि योग स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और इसे राजनीति से दूर रखा जाएगा।