क्या छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय ने राज्यवासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी?

सारांश
Key Takeaways
- योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि स्वास्थ्य का समग्र दृष्टिकोण है।
- मुख्यमंत्री साय ने प्रदेशवासियों को योग दिवस की शुभकामनाएं दी।
- योग से तनाव में कमी आती है और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- राज्य सरकार योग को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है।
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' है।
रायपुर, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। हर वर्ष 21 जून को विश्वभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष, यह शनिवार को 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का अवसर है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को प्रदेशवासियों को इस विशेष दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने योग के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि योग केवल एक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य का एक समग्र माध्यम है।
सीएम साय ने बताया कि योग भारत की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर है, जिसे हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों वर्ष पूर्व जीवन को संतुलित, अनुशासित और निरोगी बनाने के लिए विकसित किया। आज पूरी दुनिया इस प्राचीन विद्या के महत्व को समझ रही है और योग को अपनाकर स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर हो रही है। योग तनाव मुक्त जीवन का आधार है और यह शरीर, मन और आत्मा की शुद्धि का माध्यम भी है।
मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से निवेदन किया कि वे योग को अपनी नियमित जीवनशैली का हिस्सा बनाएं ताकि वे न केवल स्वयं स्वस्थ रहें, बल्कि समाज में भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग से शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि, स्वास्थ्य में सुधार और रोग प्रतिरोधक क्षमता में सकारात्मक प्रभाव देखा गया है। खासकर बदलती जीवनशैली और तेजी से भागती दुनिया में योग एक संतुलन का सूत्र है। उन्होंने अनुरोध किया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोग अधिक से अधिक संख्या में योगाभ्यास कार्यक्रमों में भाग लें और इस ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाएं। राज्य सरकार भी योग को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं और जागरूकता कार्यक्रम चला रही है।
इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम 'योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ' (एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग) है, जो पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के बीच गहरे संबंध को उजागर करती है। यह थीम योग के प्राचीन ज्ञान को आधुनिक वैज्ञानिक प्रगति के साथ जोड़ती है, जो एकता, शांति और करुणा के सिद्धांतों को बढ़ावा देती है।
जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। रिकॉर्ड समय में 177 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया, जो अपने आप में ऐतिहासिक था। प्रस्ताव को मंजूरी मिली और 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित कर दिया गया। इस प्रस्ताव में, यूएनजीए ने माना कि योग जीवन के सभी पहलुओं के बीच संतुलन बनाने के अलावा स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी सन् 2015 से हर साल 21 जून को योग दिवस के अवसर पर विशेष आयोजन होता है। इसमें दुनिया भर के राजनयिक, विशेषज्ञ और नागरिक भाग लेते हैं।