क्या बंगाल में विकास के लिए एनडीए की सरकार आवश्यक है?: दीपक प्रकाश
सारांश
Key Takeaways
- बंगाल में एनडीए की सरकार का होना आवश्यक है।
- बंगाल में विकास के लिए स्थिरता जरूरी है।
- भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
- गांवों में टिकाऊ संपत्तियों का निर्माण किया जाएगा।
- 2047 तक विकसित देश बनने का लक्ष्य है।
पटना, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार सरकार के मंत्री दीपक प्रकाश ने पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कहा है कि बंगाल विकास के मामले में काफी पीछे रह गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बंगाल के विकास के लिए यह आवश्यक है कि वहां एनडीए की सरकार बने। एनडीए की सरकार बनने से ही बंगाल में विकास की संभावनाएँ बढ़ेंगी।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए बिहार सरकार के मंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि बिहार में प्राप्त जनादेश को सरकार ने पूरी तरह से लागू करने का संकल्प लिया है और उस दिशा में काम कर रही है। इसी तरह, पश्चिम बंगाल में भी एसआईआर प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने कहा कि बंगाल में घुसपैठियों के कारण वोटर लिस्ट में समस्याएँ उत्पन्न हो रही थीं। एसआईआर के माध्यम से वोटर लिस्ट की त्रुटियों को ठीक किया जा रहा है। बंगाल अब बदलाव की ओर अग्रसर है। एनडीए के नेतृत्व में बंगाल में सरकार बनेगी और वह भी बहुमत के साथ बनेगी।
मंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि यदि आप पिछले कुछ दशकों की बात करें, तो बंगाल काफी पीछे रह गया है। बंगाल को फिर से सही रास्ते पर लाने के लिए एनडीए की सरकार का होना जरूरी है।
कांग्रेस द्वारा 5 जनवरी से 'मनरेगा बचाओ अभियान' शुरू करने की योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मनरेगा में जो बदलाव हुए हैं, वे योजना को बेहतर बनाने के लिए हैं। ये बदलाव भ्रष्टाचार समाप्त करने के उद्देश्य से किए गए हैं, क्योंकि देश का एक लक्ष्य है कि 2047 तक विकसित देश बनना है।
उन्होंने कहा कि 2047 तक इस दर्जे को प्राप्त करने के लिए भ्रष्टाचार को समाप्त करना होगा और गांवों में टिकाऊ संपत्ति का निर्माण करना होगा, ऐसी संपत्ति जिससे समुदाय को लाभ हो। ये बदलाव भ्रष्टाचार को रोकने के लिए किए गए हैं, जैसे कि मिट्टी खोदने के लिए जेसीबी मशीनों का उपयोग करना और फिर मजदूरों की गलत हाजिरी दर्ज कराकर भत्ता लेना। इन सभी बातों पर ध्यान देते हुए ये बदलाव किए गए हैं।