क्या एके शर्मा ने भदोही में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया? त्वरित राहत के निर्देश दिए

सारांश
Key Takeaways
- गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी से ऊपर
- राहत शिविरों में आवश्यक सामग्री उपलब्ध
- बिजली उपकेंद्र की स्थापना
- प्रशासन की सक्रियता आवश्यक
- सरकार हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध
भदोही, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मंगलवार को भदोही जिले के बाढ़ प्रभावित हरिरामपुर क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ राहत और बचाव कार्यों की गहन समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसके चलते प्रशासन को सतर्क और सक्रिय रहने की जरूरत है।
मंत्री एके शर्मा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि गंगा के किनारे बसे निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। यदि आवश्यक हो तो प्रभावित लोगों को तत्काल निकटवर्ती राहत शिविरों में सुरक्षित स्थानांतरित किया जाए। किसी भी संभावित आपदा से पहले सतर्कता जरूरी है।
निरीक्षण के दौरान मंत्री एके शर्मा ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना एवं राहत सामग्री वितरित की।
मंत्री एके शर्मा ने बताया कि गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर पहुंच गया है, लेकिन सौभाग्यवश अभी तक कोई जनहानि या पशुहानि की सूचना नहीं है। उन्होंने आशंका जताई कि अगले कुछ दिनों में जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है। इसे देखते हुए प्रशासन को पूरी तरह तैयार रहने और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
इसके साथ ही मंत्री एके शर्मा ने क्षेत्र की बिजली व्यवस्था को मजबूत करने के लिए इटहरा क्षेत्र में एक नए विद्युत उपकेंद्र की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह उपकेंद्र न केवल बाढ़ राहत कार्यों में सहायता प्रदान करेगा, बल्कि क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति को और सुदृढ़ भी करेगा। इससे स्थानीय लोगों को नियमित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
मंत्री एके शर्मा ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ हर कदम पर खड़ी है। सरकार हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। राहत शिविरों में भोजन, स्वच्छ पेयजल, चिकित्सा सुविधाएं और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। सरकार की प्राथमिकता जनता की सुरक्षा और उनके नुकसान को कम करना है।
वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने और त्वरित कार्रवाई के लिए टीमें तैनात की गई हैं। प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वह स्थिति पर निरंतर नजर रखे और प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री समय पर पहुंचाए।