क्या अमेरिका के टैरिफ पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया भारत के हितों की रक्षा करेगी?

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क्या अमेरिका के टैरिफ पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया भारत के हितों की रक्षा करेगी?

सारांश

भारत ने अमेरिकी टैरिफ पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका का यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण है और भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। जानें इस मुद्दे पर भारत की आधिकारिक स्थिति क्या है।

Key Takeaways

  • भारत ने अमेरिकी टैरिफ को दुर्भाग्यपूर्ण माना।
  • अमेरिका ने रूस से तेल खरीदने के कारण टैरिफ लगाया।
  • भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएगा।

नई दिल्ली, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ पर भारत की प्रतिक्रिया सामने आई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बुधवार को कहा कि अमेरिका का यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेगा।

प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने हाल के समय में रूस से भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है। हम इन मुद्दों पर पहले ही अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं, जिसमें यह तथ्य भी शामिल है कि हमारे आयात मार्केट फैक्टर पर आधारित हैं और भारत के 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के समग्र उद्देश्य से किए जाते हैं।

उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर उन कार्यों के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने का विकल्प चुना है जो कई अन्य देश भी अपने राष्ट्रीय हित में कर रहे हैं। हम दोहराते हैं कि ये कार्य अनुचित, अन्यायपूर्ण और अविवेकपूर्ण हैं। भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।

इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत से होने वाले आयात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाने का आदेश दिया। इस फैसले के पीछे की वजह भारत द्वारा रूस से तेल खरीदना है। व्हाइट हाउस के अनुसार, यह कदम यूक्रेन युद्ध के चलते रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को और प्रभावी बनाने की दिशा में उठाया गया है। इससे पहले पिछले सप्ताह डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी, जिसे अब आधिकारिक रूप से लागू किया जा रहा है।

आदेश में कहा गया है कि भारत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूस से तेल आयात कर रहा है, जिसे अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए खतरा मानता है। आदेश के मुताबिक, “अनुरूप कानूनों के तहत, अमेरिका के सीमा शुल्क क्षेत्र में भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा।” यह नया शुल्क आदेश जारी होने के 21 दिन बाद लागू होगा। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह अतिरिक्त शुल्क पहले से लागू अन्य शुल्कों के अतिरिक्त होगा, जब तक कि वे कुछ विशेष श्रेणियों या पहले से जारी व्यापार आदेशों में छूट के तहत न आते हों।

Point of View

यह स्पष्ट है कि अमेरिका के टैरिफ का निर्णय भारत के लिए चुनौतीपूर्ण है। हालांकि, भारत ने हमेशा अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए हैं। हमें उम्मीद है कि भारत इस संकट का सामना करने में सक्षम होगा।

NationPress
06/08/2025

Frequently Asked Questions

भारत ने अमेरिकी टैरिफ पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
भारत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण माना है और कहा है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेगा।
अमेरिका का टैरिफ लगाने का कारण क्या है?
अमेरिका ने भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर यह टैरिफ लगाया है।
भारत ने इस मुद्दे पर क्या कदम उठाने की योजना बनाई है?
भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।