क्या भारत की नई उड़ान शुभांशु शुक्ला के साथ स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुई?

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क्या भारत की नई उड़ान शुभांशु शुक्ला के साथ स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुई?

सारांश

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा की शुरुआत की। जानिए इस अद्वितीय मिशन की खासियतें और शुभांशु के परिवार की भावनाएं।

Key Takeaways

  • भारत ने एक नई अंतरिक्ष उड़ान भरी है।
  • शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन के तहत यात्रा की।
  • यह मिशन 14 दिन का है।
  • अंतरिक्ष में वैज्ञानिक प्रयोग होंगे।
  • परिवार की भावनाएं इस पल की गहराई को दर्शाती हैं।

नई दिल्ली, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने अंतरिक्ष की दिशा में एक नई उड़ान भरी है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हो चुके हैं। इसे फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के कॉम्प्लेक्स 39ए से लॉन्च किया गया। शुभांशु शुक्ला और उनके साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री इस मिशन का हिस्सा हैं।

सफलता के बाद, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोशल मीडिया पर अपडेट साझा किया। नासा ने लिखा, "हमने एक्सिओम मिशन 4 की उड़ान भरी है। एक्स-4 मिशन 25 जून को सुबह 2:31 बजे (भारतीय समयानुसार, दोपहर 12:01 बजे) कॉम्प्लेक्स 39ए से उड़ान भरा, जिसमें चार निजी अंतरिक्ष यात्री 14 दिनों के लिए स्पेस स्टेशन की यात्रा कर रहे हैं।"

एक्सिओम स्पेस ने भी एक पोस्ट में लिखा, "एएक्स-4 के लिए उड़ान। एएक्स-4 का चालक दल स्पेस स्टेशन की ओर बढ़ रहा है।"

इस मिशन में शामिल स्पेसएक्स ने जानकारी दी कि ड्रैगन फाल्कन 9 के दूसरे चरण से अलग हो गया है। नासा ने अंतरिक्ष यान के अलग होने की पुष्टि की। नासा ने लिखा, "अपने स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में स्वतंत्र उड़ान भरते हुए एएक्स-4 के चालक दल स्पेस स्टेशन की यात्रा के एक कदम और करीब आ गए हैं।"

फाल्कन 9 रॉकेट पर लॉन्च होने के बाद क्रू नए स्पेसएक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर ऑर्बिटिंग प्रयोगशाला की यात्रा करेगा। यह 14 दिनउन्नत खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोगों का संचालन करेंगे।

अपने बेटे को अंतरिक्ष में उड़ान भरते हुए देखकर शुभांशु शुक्ला का परिवार अत्यधिक भावुक हो गया। शुभांशु की मां की आंखों में आंसू आ गए। लखनऊ में शुभांशु शुक्ला के माता-पिता ने एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग की लाइव तस्वीरें देखीं और इस अवसर पर जश्न मनाते हुए नजर आए।

Point of View

यह महसूस होता है कि भारत का यह मिशन न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि एक नई अंतरिक्ष नीति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शुभांशु शुक्ला जैसे अंतरिक्ष यात्री हमारी प्रतिभा और क्षमता को दर्शाते हैं। यह मिशन भविष्य में अंतरिक्ष विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में और भी अवसर प्रदान करेगा।
NationPress
25/06/2025

Frequently Asked Questions

एक्सिओम-4 मिशन का उद्देश्य क्या है?
एक्सिओम-4 मिशन का उद्देश्य इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर वैज्ञानिक प्रयोग करना और अंतरिक्ष में मानव जीवन की स्थिति को समझना है।
कौन से अन्य अंतरिक्ष यात्री इस मिशन में शामिल हैं?
इस मिशन में शुभांशु शुक्ला के साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं।
यह मिशन कितने दिन का है?
यह मिशन 14 दिन का है।
शुभांशु शुक्ला का परिवार इस पल पर कैसा महसूस कर रहा है?
शुभांशु के परिवार ने इस पल को लेकर गहरी भावनाएं व्यक्त की हैं और वे गर्व महसूस कर रहे हैं।
अंतरिक्ष में शुभांशु क्या प्रयोग करेंगे?
उन्हें जैव प्रौद्योगिकी विभाग और नासा के सहयोग से उन्नत खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोगों का संचालन करना है।