क्या रांची के पास घर में घुस आया बाघ? बाहर हजारों की भीड़, 12 घंटे से रेस्क्यू जारी

सारांश
Key Takeaways
- रांची में बाघ का घुसपैठ एक गंभीर मुद्दा है।
- वन विभाग की टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है।
- हजारों लोग बाघ को देखने के लिए इकट्ठा हुए हैं।
- बाघ की लंबाई 6 से 7 फीट है।
- यह बाघ रॉयल बंगाल टाइगर प्रजाति का हो सकता है।
रांची, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। रांची जिले के सिल्ली प्रखंड की कोचो पंचायत के मारदू गांव में एक बाघ ने बुधवार सुबह 4.30 बजे एक घर में घुसपैठ कर ली है। इस घटना ने पूरे इलाके में 12 घंटे से हड़कंप मचा रखा है। वन विभाग की टीम बाघ के रेस्क्यू में लगी हुई है।
बाघ के घर में बंद होने की सूचना पर हजारों लोग गांव में इकट्ठा हो गए हैं। हालांकि, रांची सदर एसडीओ के आदेशानुसार, उस घर की 200 मीटर की परिधि में सुबह 11 बजे से निषेधाज्ञा लागू की गई है। जिस घर में बाघ है, वह पूरन चंद महतो का है।
जानकारी के अनुसार, पूरन चंद, जो हिंडालको के कारखाने में नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, सुबह घर लौटने के बाद बकरी को बाहर निकालने लगे थे कि तभी बाघ घर में घुस आया। पूरन चंद ने सावधानी बरतते हुए घर में मौजूद दो बच्चियों को लेकर चुपचाप बाहर निकले और लोहे के दरवाजे को बंद कर दिया। बाद में उन्होंने एक दीवार में छेद करके कमरे में बैठे बाघ की तस्वीर लेने में सफलता प्राप्त की।
जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और वहां मौजूद लोगों को दूर रहने का निर्देश दिया। वन विभाग ने बिरसा जैविक उद्यान की रेस्क्यू टीम को बुलाया, लेकिन टीम बाघ को पकड़ने में असफल रही।
इसके बाद, वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने पलामू के बेतला अभयारण्य से एक विशेषज्ञ टीम को बुलाया है। कई अधिकारी अब मारदू गांव में मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि विशेषज्ञों की टीम बाघ को ट्रैंक्युलाइज़र के माध्यम से बेहोश करने की योजना बना रही है। मौके पर पुलिस बल भी तैनात किया गया है। शाम साढ़े चार बजे तक बाघ का रेस्क्यू सफल नहीं हो सका है।
बाघ की लंबाई 6 से 7 फीट है, जिससे इसके रॉयल बंगाल टाइगर प्रजाति का होना अनुमानित है। यह क्षेत्र रांची के पश्चिम बंगाल से सटा हुआ है।