क्या भारत को शांति स्थापित करने के लिए सभी पक्षों से संवाद करना चाहिए? : तारिक अनवर

सारांश
Key Takeaways
- संवाद की आवश्यकता सभी पक्षों से है।
- आपातकाल के बाद कांग्रेस की चुनावी सफलता।
- चुनाव आयोग का नया निर्णय स्वागत योग्य है।
- इंदिरा गांधी की ऐतिहासिक उपलब्धियाँ।
- राजनीतिक रूप से लालू यादव की स्थिति मजबूत है।
नई दिल्ली, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ईरान के राष्ट्रपति से बातचीत की और क्षेत्र में शांति की स्थापना की दिशा में कदम उठाने की अपील की। इस विषय पर कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यह कदम सकारात्मक है, लेकिन अपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को केवल ईरान से ही नहीं, बल्कि इजरायल और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी बात करनी चाहिए थी। भारत को शांति स्थापना में सार्थक भूमिका निभाने के लिए सभी प्रमुख पक्षों से संवाद करना जरूरी है। केवल एक पक्ष से बात करना उचित नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आपातकाल की ५०वीं वर्षगांठ पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रही है। इस पर तारिक अनवर ने तंज कसते हुए कहा, "बीजेपी को यह समझना चाहिए कि आपातकाल के बाद कांग्रेस ने चार बार चुनाव जीते हैं। अगर जनता को आपातकाल से इतनी नाराजगी होती, तो वह कांग्रेस को बार-बार सत्ता में नहीं लाती। इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया, लेकिन २८ महीने बाद जनता ने उन्हें फिर से प्रधानमंत्री चुना। यह दर्शाता है कि जनता ने उस समय इंदिरा गांधी को माफ कर दिया था।"
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने १९७१ में शिमला समझौता अमेरिकी दबाव में किया था। इस पर अनवर ने कड़ा पलटवार करते हुए कहा, "उनको इतिहास का ज्ञान नहीं है। उन्हें इतिहास दोहराना चाहिए। इंदिरा गांधी ने वह कर दिखाया, जो दुनिया में शायद ही किसी ने किया। उन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए और ९३,००० सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर किया।"
पांच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने दो सीटें जीतीं। इस पर तारिक अनवर ने कहा, "कांग्रेस को उपचुनाव के परिणामों की समीक्षा करनी चाहिए। हमें अपनी कमजोरियों का विश्लेषण करना होगा और देखना होगा कि हमारा प्रदर्शन क्यों बेहतर नहीं रहा।"
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने घर-घर जाकर वोटरों का सत्यापन करने का फैसला किया है। अनवर ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा, "यह एक अच्छा निर्णय है। महाराष्ट्र में जिस तरह की धांधली की शिकायतें आईं, उसके बाद चुनाव आयोग का यह कदम स्वागत योग्य है।"
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष पद के लिए लालू यादव का चुना जाना लगभग तय है। प्रशांत किशोर ने इसे महज दिखावा बताया है। इस पर अनवर ने कहा, "लालू यादव राजद के सर्वमान्य नेता हैं। जनता उन्हें चाहती है। हर पार्टी को अपने फैसले लेने का अधिकार है। कौन रोक सकता है?"