क्या राहुल और पंत की शतकीय पारियों ने इंग्लैंड को मुश्किल में डाल दिया?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल और पंत की शतकीय पारियां भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- इंग्लैंड को जीत के लिए 350 रन चाहिए।
- पंत ने विदेश में शतकीय प्रदर्शन कर एक नया रिकॉर्ड बनाया।
लीड्स, 23 जून (राष्ट्र प्रेस)। हेडिंग्ले में चल रहे एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन भारत की दूसरी पारी 364 रन पर समाप्त हो गई। इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रन का लक्ष्य प्राप्त करना है। स्टम्प्स तक उसने बिना कोई विकेट खोए 21 रन बनाकर शुरुआत की है।
अंतिम दिन इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए 350 रन बनाने होंगे जबकि भारतीय गेंदबाजों के सामने 10 विकेट लेने की चुनौती है। बेन डकेट 9 रन और जैक क्राउली 12 रन पर नाबाद हैं।
इससे पहले भारत के लिए केएल राहुल और ऋषभ पंत ने कमाल की शतकीय पारियां खेलीं। राहुल ने 137 रन की संयमित पारी खेली, जिसमें 18 चौके शामिल थे। यह उनका नौवां टेस्ट शतक रहा। वहीं, पंत ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 118 रन बनाए, जिसमें 15 चौके और 3 छक्के शामिल थे। यह पंत का आठवां टेस्ट शतक है।
राहुल और पंत के बीच 195 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। इन दोनों ने पहले भी 2018 में ओवल टेस्ट के दौरान साझेदारी में शतक लगाए थे। पंत ने इस मैच में कई रिकॉर्ड भी बनाए। वह विदेश में टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर और कुल मिलाकर पांचवे बल्लेबाज बने हैं।
इतना ही नहीं, पंत टेस्ट इतिहास में केवल दूसरे विकेटकीपर बने हैं, जिन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाए हों। इससे पहले 2001 में जिम्बाब्वे के एंडी फ्लावर ने यह उपलब्धि हासिल की थी। खास बात यह रही कि शतक के बाद पंत ने अपनी पारंपरिक हैंडस्प्रिंग की बजाय ब्रिटिश फुटबॉलर डेली अली का प्रसिद्ध सेलिब्रेशन स्टाइल अपनाया।
हालांकि, पंत और राहुल के आउट होने के बाद भारत की पारी लड़खड़ा गई और अंतिम छह विकेट महज 31 रन के भीतर गिर गए।
इंग्लैंड के लिए जोश टंग ने एक ही ओवर में तीन विकेट लेकर भारत की पारी समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 18 ओवर में 72 रन देकर तीन विकेट लिए। ब्राइडन कार्स ने भी 80 रन देकर तीन विकेट लिए।
तीसरे सत्र की शुरुआत में राहुल और करुण नायर ने कुछ तेज रन बटोरे, लेकिन कार्स ने राहुल को बोल्ड कर भारत को पहला झटका दिया। इसके तुरंत बाद नायर ने वोक्स को सीधा कैच थमा दिया। इसके बाद जोश टंग ने शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह को तेजी से पवेलियन भेज दिया।
अंततः प्रसिद्ध कृष्णा, शोएब बशीर की गेंद पर कैच आउट होकर भारत की पारी समाप्त हुई।