क्या 5 वर्षों में 15,206 मेगावाट से अधिक क्षमता के ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए गए हैं?

Click to start listening
क्या 5 वर्षों में 15,206 मेगावाट से अधिक क्षमता के ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए गए हैं?

सारांश

पिछले पांच वर्षों में भारत ने रिकॉर्ड 15,206 मेगावाट क्षमता के ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित किए हैं। यह उपलब्धि ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। जानिए इसके पीछे की कहानी और क्या है सरकार की योजनाएं।

Key Takeaways

  • 15,206 मेगावाट क्षमता के सोलर सिस्टम स्थापित किए गए हैं।
  • सरकार ने 500 गीगावाट का लक्ष्य रखा है।
  • उच्च दक्षता वाले पीवी मॉड्यूल के लिए प्रोत्साहन योजना।

नई दिल्ली, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस) । पिछले पांच वर्षों में, विभिन्न क्षेत्रों जैसे आवासीय, सरकारी, वाणिज्यिक, औद्योगिक, संस्थागत, सामाजिक और निजी प्रतिष्ठानों में कुल 15,206.68 मेगावाट क्षमता के ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित किए गए हैं। यह जानकारी मंगलवार को संसद में दी गई।

विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के राज्य मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि सरकारी भवनों में रूफटॉप सोलर की स्थापना प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तत्वों में से एक है।

आईआईटी बॉम्बे के राष्ट्रीय फोटोवोल्टिक अनुसंधान एवं शिक्षा केंद्र (एनसीपीआरई) ने देश में सौर मॉड्यूल के प्रदर्शन पर एक अध्ययन किया है।

राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि मंत्रालय ने 'मॉडल और निर्माताओं की रिवाइज्ड लिस्ट' (आरएलएमएम) शीर्षक के तहत टाइप और क्वालिटी सर्टिफाइड विंड टर्बाइनों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया शुरू की है।

30 जून तक, देश में 242.78 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली उत्पादन क्षमता स्थापित की जा चुकी है।

सरकार ने 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली उत्पादन क्षमता पाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना लागू कर रही है, जिससे इन मॉड्यूल में गीगावाट (जीडब्ल्यू) पैमाने की घरेलू निर्माण क्षमता विकसित की जा सकेगी, जिसके लिए 24,000 करोड़ रुपए का व्यय होगा।

राज्य मंत्री नाइक ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत, 48,337 मेगावाट की पूर्ण/आंशिक रूप से इंटीग्रेटेड सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना के लिए लेटर ऑफ अवॉर्ड (एलओए) जारी किए जा चुके हैं।

उन्होंने सदन को बताया कि 14 जुलाई तक देश में कुल 15.45 लाख परिवार और गुजरात में 5.23 लाख परिवार रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन से लाभान्वित हुए हैं, जिसमें ग्रामीण परिवार भी शामिल हैं।

फरवरी 2024 में शुरू की गई प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का एक घटक देश के प्रत्येक जिले में आदर्श सौर ग्राम का विकास है।

राज्य मंत्री नाइक ने बताया कि इस घटक के लिए 800 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है, जिसमें प्रत्येक आदर्श ग्राम के लिए एक करोड़ रुपए की केंद्रीय वित्तीय सहायता का प्रावधान है।

Point of View

इसे स्थायी रूप से बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता होगी।
NationPress
29/07/2025

Frequently Asked Questions

भारत में रूफटॉप सोलर सिस्टम का क्या महत्व है?
रूफटॉप सोलर सिस्टम घरेलू और वाणिज्यिक उपयोग के लिए स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा का स्रोत हैं।
सरकार की क्या योजनाएं हैं?
सरकार ने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना जैसे कई पहलों की शुरुआत की है।
क्या सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ रहा है?
जी हां, पिछले वर्षों में सौर ऊर्जा का उपयोग तेजी से बढ़ा है।