क्या भारत में खुदरा महंगाई जुलाई में 1.55 प्रतिशत पर आ गई है?

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क्या भारत में खुदरा महंगाई जुलाई में 1.55 प्रतिशत पर आ गई है?

सारांश

भारत में खुदरा महंगाई दर जुलाई में 1.55 प्रतिशत पर आ गई है, जो आठ वर्षों का सबसे निचला स्तर है। खाद्य उत्पादों की कीमतों में गिरावट के चलते यह स्थिति बनी है। जानें महंगाई के कारण और भविष्य की संभावनाओं के बारे में।

Key Takeaways

  • भारत में खुदरा महंगाई जुलाई में 1.55 प्रतिशत पर आई।
  • यह पिछले 8 वर्षों का सबसे निचला स्तर है।
  • खाद्य उत्पादों की कीमतों में कमी इसका मुख्य कारण है।
  • आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई का अनुमान 3.1 प्रतिशत लगाया है।
  • महंगाई दर आगे बढ़ने की संभावना 4 प्रतिशत से ऊपर रह सकती है।

नई दिल्ली, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत में खुदरा महंगाई जुलाई में 1.55 प्रतिशत पर आ गई है, जो 8 वर्षों का सबसे निचला स्तर है। यह गिरावट मुख्य रूप से खाद्य उत्पादों की कीमतों में कमी के कारण हुई है। यह जानकारी सरकार ने मंगलवार को साझा की।

जून में खुदरा महंगाई दर 2.1 प्रतिशत थी, जो जनवरी 2019 के बाद का न्यूनतम स्तर था। सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में खाद्य महंगाई दर घटकर -1.76 प्रतिशत हो गई है, जो जनवरी 2019 के बाद का सबसे निचला स्तर है। जून की तुलना में इसमें 0.75 प्रतिशत की कमी आई है।

जुलाई 2025 के दौरान मुख्य महंगाई दर और खाद्य महंगाई दर में कमी का कारण अनुकूल आधार प्रभाव और दालों, सब्जियों, अनाज, अंडे और चीनी की कीमतों में गिरावट है।

परिवहन, संचार और शिक्षा की लागत में कमी ने भी महंगाई दर को प्रभावित किया है। इसके अलावा, जुलाई के दौरान आवास महंगाई में भी मामूली गिरावट आई है।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की खुदरा महंगाई दर 3.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। इसके पीछे मानसून की स्थिर प्रगति और खरीफ की अच्छी बुवाई से खाद्य कीमतों पर नियंत्रण की उम्मीद है।

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, "2025-26 के लिए महंगाई का पूर्वानुमान जून में की गई अपेक्षाओं से अधिक नरम हो गया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की स्थिर प्रगति, अच्छी खरीफ बुवाई, पर्याप्त जलाशय स्तर और खाद्यान्नों के पर्याप्त बफर स्टॉक ने इस नरमी में योगदान दिया है।"

हालांकि, प्रतिकूल आधार प्रभावों और नीतिगत कदमों से उत्पन्न मांग संबंधी कारकों के प्रभाव के कारण, खुदरा महंगाई 2025-26 की चौथी तिमाही और उसके बाद 4 प्रतिशत से ऊपर रहने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि इनपुट कीमतों पर किसी भी बड़े नकारात्मक प्रभाव को छोड़कर, वर्ष के दौरान मुख्य महंगाई दर 4 प्रतिशत से थोड़ा ऊपर रहने की संभावना है।

Point of View

इस महंगाई में कमी को एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है। खाद्य उत्पादों की कीमतों में गिरावट न केवल आम जनता के लिए राहत है, बल्कि यह आर्थिक स्थिरता की ओर भी एक कदम है। हमें उम्मीद है कि सरकार इस दिशा में और सकारात्मक कदम उठाएगी।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

महंगाई दर में कमी का मुख्य कारण क्या है?
महंगाई दर में कमी का मुख्य कारण खाद्य उत्पादों की कीमतों में गिरावट है।
भारतीय रिजर्व बैंक का महंगाई का पूर्वानुमान क्या है?
भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई दर 3.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।