क्या सम्राट चौधरी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राजद को घेरा?
सारांश
Key Takeaways
- सम्राट चौधरी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राजद पर निशाना साधा।
- लालू यादव के शासन में केवल 94,000 नौकरियों का वितरण हुआ।
- नीतीश कुमार के कार्यकाल में 18 लाख से अधिक लोगों को नौकरी मिली।
- भ्रष्टाचार और विकास के मुद्दे पर जनता को जागरूक करना आवश्यक है।
- लोकतंत्र में केवल बोलना ही नहीं, काम भी जरूरी है।
पटना, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने राजद और लालू प्रसाद यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने पंद्रह साल तक लालू के परिवार को शासन में रहने दिया, लेकिन इस दौरान भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा और केवल 94,000 लोगों को सरकारी नौकरी मिली।
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि राजद के नेता लालू यादव और उनका परिवार भ्रष्टाचार के प्रतीक बन चुके हैं। जब लालू मुख्यमंत्री बने, तो पक्षपात का युग शुरू हुआ। इसके बाद जब वे देश के रेल मंत्री बने, तो नौकरियों की सृजन की बजाय भूमि के सौदों का दौर शुरू हुआ।
उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के शासन में 18 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी मिली है। एनडीए सरकार ने लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया है। यही कारण है कि बिहार के लोग ऐसी सरकार को पहचानते हैं जो विकास की ओर अग्रसर है, अच्छी सड़कें बनाती है, हर घर में बिजली पहुंचाती है और पीएम मोदी के 'डबल इंजन' शासन के तहत प्रभावी कार्य करती है।
भाजपा नेता ने कहा कि बिहार में लालू यादव का परिवार भ्रष्टाचार और चोरी के लिए जाना जाता है। जब वे मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने चोरी को प्राथमिकता दी और जब वे रेल मंत्री बने, तो उन्होंने नौकरी के बदले भूमि लेना शुरू कर दिया।
नीतीश कुमार ने लाखों लोगों को रोजगार देने का कार्य किया है। इसलिए बिहार की जनता जानती है कि एक तरफ चुनावी घोषणाएं और हथकंडे हैं और दूसरी तरफ विकास
तेजस्वी यादव के पोस्टर पर सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार के लोग जानते हैं कि नायक कौन है और खलनायक कौन है। लोग लालू यादव के परिवार को खलनायक मानते हैं, जिन्होंने बिहार को लूटकर उसकी आर्थिक स्थिति को खराब किया।
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि याद रखिए, यह लोकतंत्र है। लोकतंत्र में केवल बोलना ही काफी नहीं है। नीतीश कुमार और मोदी की सरकार काम भी करती है, नीतियों को लागू करती है और लोगों को सीधा लाभ पहुंचाती है। दूसरी ओर, विपक्ष के लोग केवल बातें करते हैं और आलोचना करते हैं।